मुद्रा बाज़ार में अफरातफरी के बीच सोना 31 हज़ार के करीब
नई दिल्ली। ब्रिटेन के जनमत संग्रह में यूरोपीय संघ से बाहर निकलने के फैसले के बाद वैश्विक शेयर बाजारों और मुद्रा बाजारों में अफरातफरी की वजह से सोने के भाव चढ़ गए हैं। सोने के भाव 1,215 रुपये की तेजी के साथ 26 महीने के उच्चस्तर 30,885 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। यह 2013 के बाद एक दिन के कारोबार की सर्वाधिक बढ़त है। इससे पहले 28 अप्रैल, 2014 को सोना 30,730 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
इसके अलावा रुपया भी अमेरिकी डॉलर के मुकाबले चार माह के निम्न स्तर 68.21 रपये प्रति डॉलर के निचले स्तर पर पहुंच गया, जिससे सोना काफी महंगा हो गया। चांदी की कीमत भी 1,000 रपये की भारी तेजी के साथ 42,300 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। ब्रिटेन के जनमत सर्वेक्षण में यूरोपीय संघ से बाहर होने का रुझान मिलने के बाद सुरक्षित निवेश के विकल्प के रूप में बहुमूल्य धातुओं की मांग बढ़ी। इससे चांदी की कीमतों में भी जोरदार तेजी देखी गई।
अखिल भारतीय सर्राफा संघ के उपाध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार जैन ने बताया कि रुपये में भारी गिरावट और शेयर बाजार के लड़खड़ाने से सर्राफा मांग में तेजी आई और निवेशकों के पास सुरक्षित निवेश के विकल्प के रूप में सोने में अपना धन निवेश करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है। जैन ने कहा कि ब्रिटेन के यूरोपीय संघ को छोड़ने के जनमत संग्रह के रझान से पाउंड स्टर्लिंग 10 प्रतिशत की गिरावट के साथ सितंबर, 1985 के बाद के अपने निम्नतम स्तर को छू गया।
उन्होंने बताया कि सुरक्षित निवेश के विकल्प के रूप में निवेशकों के बीच सर्राफा की मांग बढ़ गई जिससे सोना दो सालों से भी अधिक समय के अपने उच्चतम स्तर तक चढ़ गया। घरेलू बाजारों में कीमतों का रख निर्धारित करने वाले बाजार, लंदन में सोना 8.1 प्रतिशत की जोरदार तेजी के साथ 1,358.54 डॉलर प्रति औंस हो गया। यह वर्ष 2008 के बाद की दिन के कारोबार की सर्वाधिक तेजी को दर्शाता है।
घरेलू मोर्चे पर राष्ट्रीय राजधानी में सोना 99.9 और 99.5 प्रतिशत शुद्धता की कीमत 1,215, 1,215 रुपये की जोरदार तेजी के साथ क्रमश: 30,885 रुपये और 30,735 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई। यह 28 अप्रैल, 2014 के बाद का उच्चतम स्तर है।