मिलजुल कर काम करने में अपार शक्ति है: मुख्यमंत्री
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जनपद सोनभद्र के विकास खण्ड चोपन के अंतर्गत ग्राम पंचायत पनारी के टोला चोरपनिया के वासियों द्वारा सामूहिक श्रमदान करके लगभग 06 कि0मी0 लम्बी सड़क का समतलीकरण तथा इसके निर्माण कार्य की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि इन सभी ग्रामवासियों ने सराहनीय कार्य किया है। इससे साबित होता है कि मिलजुल कर काम करने में अपार शक्ति है। इसके माध्यम से बहुत से कार्य हम कर सकते हैं और तमाम बाधाओं को दूर किया जा सकता है। उन्होंने सड़क निर्माण के लिए श्रमदान करने वाले सभी ग्रामीणों को 05 लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में लोगों द्वारा किए जा रहे ऐसे कार्यों का संज्ञान लेती रहती है और ऐसा करने वालों को पुरस्कृत भी करती है। उन्होंने कहा कि समाजवादी लोग समाज के लिए काम करने वालों का हमेशा साथ देते हैं। कुछ समय पूर्व जनपद बलिया में ग्रामीणों द्वारा मगरमच्छ पकड़ने की घटना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सभी ग्रामीणों को इस साहसिक कार्य के लिए सम्मानित किया था। इसी प्रकार एक अन्य घटना में गंगा नदी में नाव पलटने पर एक बुजुर्ग ने उसमें सवार बच्चों को डूबने से बचाया था, जिसके लिए सरकार द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया था।
श्री यादव ने सोनभद्र से आए इन ग्रामीणों का स्वागत करते हुए उनकी व्यक्तिगत प्रशंसा की। उन्होंने दल के साथ आए लोगों का परिचय भी प्राप्त किया। उन्होंने जनपद सोनभद्र के अपर जिलाधिकारी श्री राम चन्द्र को इस गांव की सभी पात्र महिलाओं को समाजवादी पेंशन योजना से आच्छादित करने का निर्देश दिया। उन्होंने इस गांव में सभी विकास योजनाएं लागू करते हुए उनका लाभ दिलवाने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा लागू सभी कल्याण योजनाओं का लाभ भी यहां के निवासियों को दिया जाए।
उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत पनारी की कुल आबादी 20,000 से कुछ अधिक है और यह 25,000 हेक्टेयर क्षेत्र में फैली है। इसके अंतर्गत 60 से अधिक मजरे आते हैं, जिनमें लगभग 15,000 अनुसूचित जनजाति के लोग निवास करते हैं। चोरपनिया टोला ग्राम पंचायत पनारी के ही अंतर्गत आता है, जिसमें 36 परिवार रहते हैं। इनमें से 35 परिवार अनुसूचित जनजाति के हैं। यह टोला विकासखण्ड मुख्यालय से 35 कि0मी0 की दूरी पर है।
इस स्थान से 03 कि0मी0 दूर स्थित खैराही टोला तक पक्का सम्पर्क मार्ग निर्मित है। खैराही से चोरपनिया तक जाने के लिए वन भूमि से पगडण्डीनुमा मार्ग ही मौजूद था, जिसे इन ग्रामवासियों ने जगह-जगह समतल करके सड़क का निर्माण किया। अब इस मार्ग पर चारपहिया वाहन चल सकते हैं। इनके निवास स्थान से कुछ दूर पर अकराकूदर नामक गांव तक पहुंचने के लिए वन भूमि के अंतर्गत पगडण्डीनुमा मार्ग से ही जाना होता था, जिसे इन्होंने समतल करके सड़क का रूप दिया है। इस प्रकार इन्होंने लगभग 06 कि0मी लम्बी सड़क का अद्भुत निर्माण किया है।