पटना: राज्य में मंगलवार की शाम मानसून की पहली बारिश से भागलपुर, उत्तर बिहार, पूर्व बिहार, सीमांचल, कोसी, भोजपुर, नालंदा और सारण में लोगों को राहत मिली। इस दौरान बिजली गिरने से 46 लोगों की मौत हो गई और कई झुलस गए।
सबसे अधिक बारिश पूर्णिया में 83. 7 मिलीमीटर दर्ज की गई, जबकि पटना में देर शाम तक 17.2 मिमी बारिश हुई। इसके अलावा गया में 32.6 और भागलपुर में 25.7 मिमी बारिश हुई। उत्तर बिहार के और कई जिलों में भी वर्षा हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एके सेन के अनुसार मानसून के सक्रिय होने से उत्तर बिहार के विभिन्न जिलों में लगातार भारी बारिश होगी। हालांकि दक्षिण बिहार के विभिन्न हिस्सों में 24 घंटे बाद लगातार बारिश के आसार हैं।
बिहटा और नौबतपुर में ठनके ने ली चार की जान: पटना जिले में मंगलवार को मौसम कहर बनकर टूटा जिससे चार लोगों की मौत हो गई। वज्रपात से आठ लोग जख्मी भी हो गए। मरने वालों में डुमरी गांव के मोहन कुमार (40), ंबदौल गांव के डुमरी पासवान की पत्नी लालती देवी और शंकर साव की पत्नी निर्मला देवी और नौबतपुर के रौनिया गांव के विश्वनाथ शर्मा (56) शामिल हैं।
भागलपुर हिटी के अनुसार मंगलवार को सहरसा, पूर्णिया और कटिहार में ठनके से पंद्रह लोगों की मौत हो गई, वहीं मुजफ्फरपुर हिटी के अनुसार मानसून की पहली बारिश से राहत तो मिली लेकिन वाल्मिीकिनगर में एक अधेड़ और समस्तीपुर में दो बच्चों की ठनके ने जान ले ली। वहीं सारण में ठनके से तीन लोगों की मौत हो गई। भोजपुर में आंधी -पानी से कई मकानों को नुकसान पहुंचा और ठनके से दो लोगों की मौत हो गई। इधर रोहतास जिले में ठनके से छात्रा समेत पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि आठ लोग घायल हो गए। कैमूर जिले के नुआंव और दुर्गावती में ठनका की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत हो गई और आठ लोग झुलस गए। औरंगाबाद और नालंदा में चार-चार लोगों की मौत हो गई। वहीं बक्सर में तीन लोगों की मौत हो गई जिनमें चाचा-भतीजा भी शामिल हैं।