लखनऊ: उ0प्र0 आंगनबाड़ी कार्यकत्री सहायिका संघ सात सूत्रीय मांगों को लेकर आन्दोलनरत है। इसी क्रम में 20 जून को धरना स्थल लक्ष्मण मेला मैदान में प्रदेश की हजारों की संख्या में सहायिकाएं पहुचकर जोरदार धरना एवं प्रदर्शन किया। धरने को सम्बोधित करते हुए उ.प्र. आंगनबाड़ी कार्यकत्री सहायिका संघ की अध्यक्ष किरन वर्मा और महामंत्री कमलेश यादव ने संयुक्त रूप कहा कि प्रदेश सरकार को ऑगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं की उपेक्षा मंहगी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि हमारे संवर्ग से पूरी तरह से सरकारी काम लिया जा रहा है लेकिन हमें न तो सरकारी दर्जा दिया जा रहा है न ही भरपेट भोजन ही मिल पा रहा है। छोटी छोटी मांगों के निस्तारण के लिए हमारा संवर्ग लगातार संघर्ष कर रहा है लेकिन न तो निदेशक हमारी मांगों को सुन रहे है न ही सरकार सुन रही है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने हमारी मांगों पर विचार न किया तो आगामी चुनाव में ऑगनबाड़ी कार्यकत्रियॉ और सहायिकाएं और उनके परिजन सरकार के विपक्ष में मतदान कर अपना विरोध दर्ज करा सकते है।
उन्होंने कहा कि उ.प्र. आंगनबाड़ी कार्यकत्री सहायिका संघ की सात सूत्रीय मांग पत्र पर लगातार पत्राचार और ज्ञापन दिये जा चुके है। मुख्य मांगों में कार्यकत्रियों और सहायिकाओं को राज्य कर्मी का दर्जा,कार्यकत्रियों को दस हजार तथा सहायिकाओं को पॉच हजार वेतनमान, आंगनबाड़ी केन्द्रो में ग्रीष्मकालीन अवकाश, कार्यकत्रियों और सहायिकाओं को सेवानिवृत्ति पर पेंशन, मुख्य सेविकाओं के रिक्त पदों पर तत्काल पदोन्नति, कार्यकत्रियों और सहायिकाओं को पॉच-पॉच लाख का बीमा,कार्यकत्रियों और सहायिकाओं के मानदेय में प्रतिवर्ष 25 प्रतिशत की वष्द्धि और हॉड कुक्ड योजना के तहत प्रत्येक केन्द्र में गैस कनेक्शन की मांग शामिल है। धरने को संयुक्त मंत्री निधि सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष सुनीता, कोषाध्यक्ष अरूणा देवी, शोभा देवी, पिंकी पाठक, सीता, मंजू कटियार, ममता, मनोरमा यादव, उषा शर्मा, उमा प्रजापति, उर्मिला,शकीला तथा सुमन आदि ने सम्बोधित किया।