DGP मुख्यालय में आतंकवाद से उत्पन्न चुनौतियों विषय पर वर्कशॉप अायोजित
lucknow: वर्तमान परिदृश्य में आतंकवाद से उत्पन्न चुनौतियों एवं खतरों से निपटने में भारत सरकार एवं उ0प्र0 की सुरक्षा एजेन्सियाॅं कितनी सक्षम हैं और कितनी तैयार हैं, उक्त विषय पर मंथन एवं रणनीति बनाने हेतु पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा Anti Terrorism Preparedness विषय पर अाज पुलिस महानिदेशक मुख्यालय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में देश एवं प्रदेश के प्रमुख सुरक्षा संगठनो के वरिष्ठ अधिकारीगणों ने प्रतिभाग किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता उ0प्र0 के पुलिस महानिदेशक ने की।
इस कार्यशाला में भारत सरकार एवं उ0प्र0 सरकार के जिन संगठनों से वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए उनके नाम हैं- एन0आई0ए0, आई0बी0, मिलेटरी इन्टेलीजेंस, विदेश मंत्रालय, (काउण्टर टेरेरिज्म), सी0आर0पी0एफ0, एस0एस0बी0, ए0टी0एस0, एस0टी0एफ0, अभिसूचना विभाग आदि।
जिन बिन्दुओं पर चर्चा हुई
1) अन्तर्राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में किस तरह के खतरे आतंकवाद से उभरे हैं और उनका क्या सम्बन्ध उ0प्र0 से है।
2) अन्तर्राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में विदेश नीति (संधि एवं समझौते) का क्या लाभ देश एवं प्रदेश स्तर पर आतंकवाद से लड़ने में मिल रहा है। जबकि आतंकवाद देश की सीमा के बाहर से प्रायोजित हो रहा हो। प्रभावी कूटनीति से आतंकवाद प्रायोजित करने वाले देशों को हम अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग कर सकते हैं।
3) उ0प्र0 आतंकवाद निरोधक दस्ता के अधिकारियों द्वारा आतंकवाद के विरू़द्व अभियान आदि, विवेचना आदि विभिन्न पहलूुओं पर प्रकाश डाला गया।
4) हाल की कार्यवाहियों के बारे में श्री राजेश साहनी, अपर पुलिस अधीक्षक, ए0टी0एस0. द्वारा प्रस्तुति की गई।
5) श्री राजेश श्रीवास्तव, अपर पुलिस अधीक्षक, ए0टी0एस0 द्वारा आतंकवादी घटनाओं से सम्बन्धित मुकद्मों के सम्बन्ध में विस्तृत रूप से बताया गया।
6) क्मतंकपबंसपेंजपवद अर्थात् भटके हुए नौजवानों को कानून प्रक्रिया पूर्ण हो जाने पर मुख्य धारा से जोड़े जाने के विषय में भी चर्चा हुई।
7) अपराध एवं आतंक के नेटवर्क को कैसे तोड़ा जाये।
8) जाली भारतीय मुद्रा और स्मगलिंग के नेटवर्क पर प्रभावी अंकुश लगाये जाने की रणनीति तैयार की गई।
9) आतंकवाद के परिप्रेक्ष्य में धन के आवागमन को ट्रैक करने के सम्बन्ध में विभिन्न एजेन्सियों में बेहतर समन्वय बनाने का निर्णय लिया गया।
अन्त में पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा आमंत्रित वक्ताओं एवं प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार की कार्यशाला के आयोजन से जहां एक तरह जानकारियों को साझा करने का अवसर मिलता है वहीं दूसरी ओर आपसी सामन्जस्य एवं जागरूकता भी बढ़ती है। साथ ही आतंकवाद से निपटने के लिए प्रभावी रणनीति बनाने में मदद मिलती है। कार्यशाला में ए0डी0जी0 कानून-व्यवस्था श्री दलजीत चैधरी, ए0डी0जी0 अपराध श्री अभय प्रसाद, निदेशक काउण्ट टेरेरिज्म विदेश मंत्रालय श्री अखिल कुमार, आई0जी0 ए0टी0एस0 श्री असीम अरूण, लखनऊ जोन के आई0जी0 श्री ए0 सतीश गणेश, लखनऊ रेंज के डी0आई0जी0 श्री आर0के0एस0 रौठौर ने प्रतिभाग किया।