केंद्रीय कर्मचारियों की देशव्यापी हड़ताल में शामिल होंगे यूपी के कर्मचारी
केंद्रीय कर्मचारी परिसंघ यूपी के अध्यक्ष बने आरएन पराशर, जेपी सिंह महासचिव
लखनऊ: सातवें वेतन आयोग की विसंगतियों व सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के विरोध में 11 जुलाई को देशव्यापी हड़ताल में केंद्रीय कर्मचारियों, श्रमिकों, रेलवे कर्मियों के साथ ही राज्यों के कर्मचारी भी बड़े पैमाने पर शामिल होंगे। उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ और राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने हड़ताल में शामिल होने का एलान किया है। केंद्रीय कर्मचारियों के शीर्ष संगठन कन्फेडरेशन आफ सेंट्रल गवर्मेंट इंपलाईज एंड वर्कस (सीसीजीईडब्लू) ने आगामी 11 जुलाई को इस देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है।
गुरुवार को लखनऊ में कन्फेडरेशन आफ सेंट्रल गवर्मेंट इंपलाईज एंड वर्कस उत्तर प्रदेश के दूसरे प्रांतीय सम्मेलन में आल इंडिया रेलवे फेडरेशन (एआईआरएफ) के महासचिव शिवगोपाल मिश्रा, कन्फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष केके कुट्टी व इन्कम टैक्स इंपलाईज फेडरेशन के अध्यक्ष अशोक कन्नौजिया ने दावा किया कि 11 जुलाई की हड़ताल व्यापक होगी और केंद्र सरकार को जगाने का काम करेगी।
प्रांतीय सम्मेलन में सीसीजीईडब्लू की प्रदेश कार्यकारिणी का चुनाव कराया गया। संगठन की उत्तर प्रदेश ईकाई का अध्यक्ष आरएन पाराशर, कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र तिवारी व महासचिव जेपी सिंह को चुना गया।
सम्मेलन के मुख्य वक्ता के तौर पर अपने संबोधन में शिवगोपाल मिश्रा ने कहा कि लंबे समय बाद केंद्र कर्मचारियों की इस हड़ताल को राज्यों के कर्मचारियों का व्यापक समर्थन मिला है। उन्होंने कहा कि रेलवे के कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल होकर इसे सफल बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय कर्मचारियों की लगातार चेतावनी के बाद भी सरकार ने सातवें वेतन आयोग की विसंगतियों को दूर करने के लिए ठोस कदम नही उठाए हैं।
शिवगोपाल मिश्रा ने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए सरकार और कुछ स्वार्थी तत्व हड़ताल को लेकर अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे भ्रामक प्रचारों से सावधान रहने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि पहली बार इताहास में कुछ एसा होने जा रहा है कि वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू होने के बाद कर्मचारियों का वेतन पहले के मुकाबले घट जाएगा।
सीसीजीईडब्लूजे के कार्यकारी अध्यक्ष एमएस राजा ने कहा कि सातवें वेतन आयोग में कर्मचारियों को 50 से ज्यादा भत्तों को खत्म किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार कर्मचारियों को डराने धमकाने वाले कानून लाने का इरादा रखती है। केके कुट्टी ने कहा कि केंद्रीय कर्मचारियों की हड़ताल को देश भर में व्यापक समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि ज्यादा रोजगार देने के बजाए सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री ने रोजगार के अवसर कम करने का काम शुरु कर दिया है।
सीसीडीईब्लू के प्रंतीय महासचिव जेपी सिंह ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश के राज्य कर्मचारियों के कई संगठनों ने हड़ताल में शामिल होने को लेकर हामी भरी है। जेपी सिंह ने बताया कि अब तक उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद व राज्य कर्मचारी महासंघ के प्रतिनिधियों से उनकी वार्ता हो चुकी है। उन्होंने बताया कि दोनो संगठनों ने 11 जुलाई की देशव्यापी हड़ताल में भाग लेने को लेकर अपनी सहमति दी है।
प्रांतीय सम्मेलन को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के हरिकिशोर तिवारी, राज्य कर्मचारी महासंघ के अजय सिंह, पोस्टल कर्मचारियों के नेता वीरेंद्र तिवारी, रेलवे नेता आरके पांडे, सीटू के प्रेमनाथ राय ने भी संबोधित किया।