मुख्यमंत्री ने 200 मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि प्रदेश में नौजवानों की सर्वाधिक आबादी को दृष्टिगत रखते हुए राज्य सरकार बड़े पैमाने पर विकास कार्याें को संचालित कर रही है, ताकि नौजवानों को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर मिल सकें। इसके साथ ही, छात्र-छात्राओं को प्रदेश में ही उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए इंजीनियरिंग एवं मेडिकल काॅलेजों के साथ-साथ पाॅलीटेक्निक संस्थानों की भी स्थापना करायी जा रही है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से आग्रह किया कि जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए महापुरुषों से सम्बन्धित पुस्तकों का अध्ययन करें। इससे उन्हें जीवन में संघर्ष करते हुए सफलता के शिखर पर पहुंचने में प्रेरणा मिलेगी।
मुख्यमंत्री आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में प्रदेश के 200 मेधावी छात्रों को सम्मानित करने के अवसर पर बोल रहे थे। इनमें यू0पी0 बोर्ड की परीक्षा में प्रदेश स्तर पर हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट में प्रथम 10 स्थान पाने वालांे के अलावा, इन परीक्षाओं में सभी जनपदों के प्रथम स्थान पाने वाले एवं सी0बी0एस0ई0 व आई0सी0एस0सी0 बोर्ड परीक्षा में देश भर में अपनी मेधा का परचम लहराने वाले प्रदेश के छात्र-छात्राएं शामिल हैं। यह कार्यक्रम दैनिक ‘अमर उजाला’ एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित किया गया था। श्री यादव ने मेधावी विद्यार्थियों को मेडल एवं कुछ विद्यार्थियों को साइकिल देकर सम्मानित किया। शेष छात्रों को मेडल एवं साइकिल प्ले-कार्ड दिया गया। सम्मान प्राप्त करने वाले ऐसे विद्यार्थी साइकिल प्ले-कार्ड को सम्बन्धित जनपदों के जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में दिखाकर साइकिल प्राप्त कर सकेंगे।
श्री यादव ने सभी मेधावी छात्र-छात्राओं को उनकी सफलता के लिए बधाई देते हुए कहा कि राज्य सरकार की तरफ से, साइकिल के अलावा, उन्हें लैपटाॅप भी वितरित किए जाएंगे। इसके साथ ही, छात्राओं को कन्या विद्या धन योजना का भी लाभ मिलेगा। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि कई बार असफल होने के बावजूद वे अपने परिश्रम एवं दृढ़ इच्छा शक्ति के बल पर अमेरिका जैसे देश के राष्ट्रपति बने। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित परीक्षा को दुनिया की सबसे बड़ी परीक्षा बताते हुए उन्होंने कहा कि इसमें करीब 64 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। यदि इस संख्या में आई0सी0एस0सी0, सी0बी0एस0सी0 एवं अन्य परीक्षाओं को सम्मिलित कर दिया जाए तो यह संख्या लगभग 1 करोड़ से सवा करोड़ के आसपास बैठती है। इतनी बड़ी संख्या में छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए व्यवस्था करना अपने-आप में एक चैलेंज है, जिसे राज्य सरकार उच्च शिक्षा के लिए विभिन्न क्षेत्रों में संस्थानों की स्थापना करके पूरा करने का प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी विचारधारा में विश्वास रखने वाली वर्तमान राज्य सरकार ने विगत 4 वर्षाें में जो काम किए हैं। प्रदेश की प्रगति एवं तरक्की के लिए यही सबसे बेहतरीन रास्ता है। उन्होंने कहा कि गरीब एवं ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों को अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। लेकिन उन्हें हिम्मत हारने के बजाय तत्परता से अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कठिन परिश्रम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गरीब छात्र-छात्राओं की मदद के लिए लगातार प्रयास कर रही है। लखनऊ को नवाबों का शहर बताते हुए उन्होंने कहा कि तहजीब का यह शहर तेजी से बदल रहा है। उन्होंने भरोसा जताया कि आने वाले समय में लखनऊ देश का सबसे बेहतरीन नगर होगा।
श्री यादव ने कहा कि ऐसा नहीं है कि राज्य सरकार केवल लखनऊ में मेट्रो रेल परियोजना, मेदान्ता हाॅस्पिटल सहित विभिन्न बुनियादी सुविधाओं का विकास कर रही है, बल्कि अन्य शहरों एवं जनपदों के विकास के लिए भी गम्भीरता से काम किया जा रहा है। वाराणसी, इलाहाबाद आदि नगरों में कराए गए कार्याें की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि बहराइच से श्रावस्ती की 4-लेन सड़क, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे तथा जनपद मुख्यालयों को 4-लेन मार्ग से जोड़ने आदि परियोजनाओं को वर्तमान राज्य सरकार ही संचालित करा रही है। इसके साथ ही, नए सरकारी मेडिकल काॅलेजों की स्थापना कराकर एम0बी0बी0एस0 की सीटों में बढ़ोत्तरी के साथ-साथ पाॅलीटेक्निक में करीब 1 लाख छात्रों के अध्ययन की व्यवस्था भी समाजवादी सरकार द्वारा ही की गई है, जिससे आगामी पीढ़ी को अपना भविष्य संवारने के अधिक से अधिक अवसर मिल सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा संचालित निःशुल्क लैपटाॅप योजना की आलोचना करने वाले दलों की राज्य सरकारें इस कार्यक्रम की नकल कर रही हैं। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे के साथ-साथ मण्डियों की स्थापना करायी जा रही है, जिसका सीधा लाभ किसानों को मिलेगा। ये सभी काम तब पूरे किए जा रहे हैं, जब नीति आयोग के माध्यम से राज्य सरकार को करीब 9 हजार करोड़ रुपये केन्द्र द्वारा कम उपलब्ध कराए जा रहे हैं। बाद में मुख्यमंत्री ने परिसर में आयोजित रक्तदान शिविर का उद्घाटन भी किया।