विधानसभा चुनाव के मुहाने पर खड़े पंजाब का सियासी पारा पहले ही फिल्म 'उड़ता पंजाब' के चलते बढ़ा हुआ है उधर एक खबर और आ रही है जिससे इसके तापमान में और इजाफा होने की पूरी उम्मीदें हैं। केंद्र सरकार की एसआईटी ने 1984 सिख दंगों से संबंधित 75 केस दोबारा खोलने का फैसला किया है।
एसआईटी ने ये घोषणा दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के उस पत्र के बाद की है जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जांच की प्रगति के संबंध में कई सवाल किए थे। केजरीवाल ने पिछले साल फरवरी में दिल्ली सरकार में आने के बाद भी मोदी सरकार को पत्र लिखकर कहा था कि केंद्र की एसआईटी तो एक भी केस रीओपन नहीं कर पाई ऐसे में दिल्ली सरकार को नई एसआईटी गठित करने की आज़ादी दी जाए।
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्‍या के बाद भड़के सिख विरोधी दंगों में तीन हजार से ज्यादा मौतें हुई थी। इन दंगों में दिल्ली में ही 2733 लोग मारे गए थे। सिख विरोधी दंगों में 587 केस दर्ज हुए थे जिनमें से 241 को पीड़ितों के सामने न आने के चलते बंद कर दिया गया था। इनमें से चार को साल 2006 और एक को 2013 में फिर से खोला गया जिसमें 35 को सजा भी हुई। हालांकि 237 केस अब भी ऐसे ही बंद पड़े हैं। इन्हीं मामलों की समीक्षा के बाद एसआईटी ने 75 को दोबारा शुरू करने का फैसला लिया है। एसआईटी एक विज्ञापन भी प्रकाशित करने वाली है जिसमें इन मामलों से संबंधित गवाहों से आगे आने की अपील की जाएगी। इसके आलावा सार्वजनिक सुनवाइयां भी की जा सकती हैं।