पर्यटकों के लिए जल्द ही शुरू होगी लखनऊ, वाराणसी, आगरा के बीच विमान सेवा
गोरखपुर और इलाहाबाद के बीच भी उड़ेंगे छोटे विमान, अयोध्या, वाराणसी, मथुरा और बुद्ध सर्किट पर खर्च होंगे 300 करोड़
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पर्यटकों की सुविधाओं को और अधिक बढ़ाने के लिए जल्द ही आगरा से वाराणसी वाया लखनऊ के बीच 18-20 सीटों वाली वायुयान सेवा शुरू की जाएगी। ठीक इसी तर्ज पर लखनऊ, इलाहाबाद, गोरखपुर के बीच भी हवाई सेवा भी शुरू की जाएगी, इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। वाराणसी में संत कबीर के जन्म स्थान मगहर में पर्यटकों और तीर्थ यात्रियों के रुकने के लिए डारमेट्री बनवाई जा रही है और यूपी के मशहूर व्यंजनों को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमोट किया जा रहा है तथा 25 जून से मैंगो फेस्टिवल का भी आयोजन किया जा रहा है। उन्हांेने बताया कि प्रदेश सरकार ने यूपी में पर्यटन के कुछ प्रस्ताव भेजे थे जिन्हें केंद्र सरकार ने स्वीकार कर लिया है जिसके तहत करीब 300 करोड़ की पर्यटन परियोजनओं को प्रदेश में लागू किया जाएगा।
यूपी के प्रमुख सचिव, पर्यटन नवनीत सहगल ने यह जानकारी आज यहां एक प्रेस कांफ्रेंस में दी। उन्होंने कहा कि यपूी सरकार ने पर्यटन को और अधिक प्रोत्साहित करने के लिए हाल ही में नई पर्यटन नीति लागू की है जिसके तहत प्रदेश भर में पर्यटन विभाग के जो होटल नहीं चल रहे थे उन्हें निजी क्षेत्रों को लीज पर देने की कार्यवाही की जा रही है। इसके साथ ही गेस्ट हाउसों का सुंदरीकरण भी किया जा रहा है। उनके अनुसार प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी राज्य सरकार पर्यटन की दृृष्टि से महत्वपूर्ण प्रत्येक धार्मिक स्थल को 24 घंटे बिजली की सप्लाई दे रही है। इसके साथ इन स्थानों पर अंडरग्राउंड वायरिंग भी कराई जा रही है। इन स्थानों पर राज्य सरकार अपने संसाधनों से अन्य पर्यटक सुविधाएं भी मुहैया करा रही है।
श्री सहगल ने बताया कि प्रो पुवर टूरिज्म नीति के तहत प्रदेश के जितने भी पर्यटक स्थल हैं उनके आस पास रहने वालों को उससे जोड़ने के लिए बड़े पैमाने पर कार्य किया जा रहा है और जल्द ही ऐतिहासिक और हेरिटेज इमारतों की देखरेख तथा उनके रखरखाव में स्थानीय लोगों की भागीदारी को सुनिश्चित किया जाएगा। इससे बढ़े पैमाने पर प्रदेश में पर्यटक स्थलों से जुड़ने वाले लाखों लोगों को रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अंदर पर्यटकों को आने-जाने के लिए वायुयान सेवा शुरू हो जाने के बाद प्रदेश के पर्यटन से कई गुना अधिक राजस्व मिलने लगेगा।
पर्यटन भवन के सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में श्री सहगल के साथ कंेद्रीय पर्यटन सचिव श्री विनोद जुत्शी तथा केंद्र सरकार के संयुक्त सचिव, पर्यटन श्री सुमन बिल्ला भी मौजूद थे। प्रेस वार्ता में श्री जुत्शी ने कहा कि भारत में पर्यटन का सरताज ताजमहल ही है और वह यूपी में है। उन्होंने कहा कि विदेशी पर्यटकों की आमद में तेजी से इजाफा हो रहा है और दूसरे देशों की बनिस्बत भारत में पर्यटकों की आमद पिछले दिनों बढ़ी है। उनके अनुसार भारत को विदेशी पर्यटकों से साल में औसतन एक लाख तीन हजार करोड़ रु0 का राजस्व प्राप्त होता है। भारत मंे पिछले चार माह में पर्यटक वृृद्धि दर 15.50 प्रतिशत दर्ज की गई जो कि एक रिकाॅर्ड है। उन्होंने कहा कि यूपी में तो देसी पर्यटन में तेज उछाल आया हुआ है जहां 15 से 20 फीसदी की वृृद्धि दर्ज की जा रही है जो औसतन 12-15 हुआ करती थी।
केंद्रीय पर्यटन सचिव ने कहा कि भारत के पर्यटन नक्शे पर सबसे पहले अगर ताजमहल है तो दूसरे स्थान पर बुद्ध सरकिट है और वह भी यूपी में ही है। बुद्ध सरकिट के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों सारनाथ, श्रावस्ती, कपिलवस्तु और कुशीनगर में 100 करोड़ की सहायता से महात्मा बुद्ध के जीवन, बुद्ध के समय के मंदिर, उस समय के खान-पान और रहन-सहन के साथ-साथ उस काल को लाइट एंड साउंड शो तथा लेजर शो में दर्शाया जाएगा। उनके अनुसार कुशीनगर हवाई पट्टी के चालू करने में जो भी औपचारिकताएं होंगी उन्हंे जितनी जल्द संभव हुआ पूरा किया जाएगा।
श्री जुत्शी ने बताया कि कंेद्र सरकार रामायण सर्किट के तहत अयोध्या, श्रिगेश्वर (इलाहाबाद) तथा चित्रकूट में बड़े पैमाने पर पर्यटक सुविधाओं को बढ़ाने के लिए यूपी टूरिज्म को करीब 100 करोड़ की धनराशि मुहैया कराएगी। इस सर्किट के बारे में उन्होंने कहा कि अयोध्या में अगर धन की कमी हुई तो और धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी। चित्रकूट मंे साइनेज के अलावा एक विजुअल वाॅल तैयार की जाएगी जिस पर थ्री डी इफेक्ट से उस काल को प्रदर्शित किया जाएगा। चित्रकूट मंे एक घाट से दूसरे घाट जाने के लिए एक फुट ओवर ब्रिज भी तैयार किया जाएगा।
रामायण सर्किट के अलावा कृृष्णा सर्किट के अंतर्गत मथुरा, वृृदंावन, गोवर्धन, नंदगांव में पर्यटक सुविधाओं को बढ़ाने के लिए यूपी टूरिज्म को कंेद्र से आर्थिक सहयोग मिलेगा। वाराणसी में पर्यटक सुविधाओं को बढ़ाने के लिए यूपी टूरिज्म के प्रस्ताव को स्वीकृृत करने की घोषणा के साथ उन्होंने कहा कि यहां पर एक घाट से दूसरे घाट जाने के लिए करीब 13 करोड़ की लागत से गंगा नदी में ’रिवर क्रूज’ जल्द शुरू किया जाएगा। इस पर टिकट लेकर पर्यटक गंगा नदी पर इधर से उधर आ जा सकेंगे। इसका संचालन यूपी टूरिज्म विकास निगम ही करेगा। यूपी टूरिज्म के सहयोग से केंद्र सरकार वारणसी में भी 100 करोड़ से अधिक की धनराशि खर्च करेगी।
केंद्रीय पर्यटन सचिव ने बताया कि आगामी चार से 6 अक्टूबर तक वाराणसी में अंतरराष्ट्रीय बुद्धा काॅन्क्लेव का आयोजन किया जाएगा जिसमें विभिन्न देशों में बौद्ध धर्म के अनुयायियों और बौद्ध भिक्षुओं को आमंत्रित किया जाएगा और उन्हें सारनाथ के अलावा बिहार के बोध गया भी ले जाया जाएगा। इस कान्क्लेव में उन्हें बुद्ध सर्किट के तहत आने वाले पर्यटक स्थलों की सैर भी कराई जाएगी।
प्रमुख सचिव पर्यटन श्री नवनीत सहगल ने कहा कि प्रदेश के पर्यटन के विकास में सहयोग देते हुए केंद्र सरकार ने यूपी टूरिज्म की अधिकांश परियोजनाओं को स्वीकार कर लिया है इसके लिए वह कंेद्रीय पर्यटन सचिव के आभारी हैं।