राज्यसभा चुनावः सिब्बल की राह में रोड़ा न बन सकीं प्रीति महापात्रा
नई दिल्ली। राज्यसभा की 27 सीटों के लिए आज हुए मतदान के नतीजे आने लगे हैं। राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश में नतीजे उम्मीद के मुताबिक रहे। यूपी में बीजेपी समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी प्रीति महापात्रा की एंट्री से कपिल सिब्बल की जीत पर खतरा मंडराने लगा था लेकिन अंततः सिब्बल को जीत मिली और प्रीति हार गईं। आज हुए चुनाव में बीजेपी ने 11 सीेटें जीतीं जबकि समाजवादी पार्टी को 7 सीटों पर जीत हासिल हुई। कांग्रेस को 6, बहुजन समाज पार्टी को दो सीट मिलीं। निर्दलीय सुभाष चंद्रा को हरियाणा से जीत मिली।
यूपी से 11 सदस्य चुनकर जाने थे लेकिन मैदान में थे 12 उम्मीदवार। समाजवादी पार्टी के लिए राहत की बात ये है कि उसके सभी सात प्रत्याशी जीत गए हैं। बेनी प्रसाद वर्मा, अमर सिंह, संजय सेठ, सुखराम सिंह यादव, रेवती रमण सिंह विशम्भर प्रसाद निषाद और सुरेंद्र नागर चुनाव जीत गए हैं। बीजेपी के शिवप्रताप शुक्ला और बहुजन समाज पार्टी के सतीश चंद्र मिश्र और अशोक सिद्धार्थ भी जीत गए हैं। यहां से अब कांग्रेस के कपिल सिब्बल और बीजेपी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार प्रीति महापात्रा के बीच कांटे का मुकाबला था लेकिन अंततः जीत सिब्बल को ही मिली।
हरियाणा में बड़ा उलटफेर करते हुए निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा ने जीत हासिल की। यहां आईएनएलडी ने मशहूर वकील आर के आनंद को समर्थन देकर लड़ाई उलझा दी थी लेकिन आनंद जीत हासिल करने में नाकाम रहे। प्रदेश की एक अन्य सीट से केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने जीत हासिल की।
राजस्थान में चार सीटों के लिए मतदान हुआ। तीन सीटें तो बीजेपी के लिए पक्की थीं लेकिन चौथी सीट के लिए निर्दलीय उम्मीदवार कमल मोरारका ने मुकाबला कांटे का कर दिया था। मोरारका को कांग्रेस और थर्ड फ्रंट का समर्थन हासिल था। दोनों पक्षों को क्रॉस वोटिंग का डर था लेकिन अंततः बीजेपी के चारों उम्मीदवार जीत गए। यहां बीजेपी को कुल 166 , निर्दलीय कमल मोरारका को 32 और 1 वोट नोटा पर डाला गया। बीजेपी के चारों प्रत्याशी चुनाव जीत गए हैं। इनमें केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडु, बीजेपी उपाध्यक्ष ओम प्रकाश माथुर, हर्षवर्धन सिंह और रामकुमार वर्मा शामिल हैं।
उत्तराखंड में बीजेपी जानती थी कि मुख्यमंत्री हरीश रावत के सिपहसालार प्रदीप टम्टा को मैदान में उतारने से उनके सहयोगी दल नाराज हैं। ऐसे में कांग्रेस की राह में रोड़े डालने के लिए बीजेपी समर्थित दो निर्दलीयों ने पर्चा भर दिया। अनिल गोयल और गीता ठाकुर की दावेदारी ने उत्तराखंड की जंग को एकतरफा होने से रोक दिया। हालांकि सीट कांग्रेस के ही खाते में गई।
मध्य प्रदेश में तीन सीटों के लिए हुए चुनाव में दो सीटों पर बीजेपी ने और एक सीट पर कांग्रेस ने अपना कब्ज़ा बरकरार रखा। बीजेपी समर्थित निर्दलीय उम्मीद्वार की हार हुई। बीजेपी के एम जे अकबर और अनिल माधव दवे और कांग्रेस के विवेक तन्खा यहां से जीते। यहां से एम जे अकबर को 58, अनिल माधव दवे को 58, विवेक तन्खा को 62 और विनोद गोटिया को महज 50 वोट मिले।
झारखंड में दोनों सीटें बीजेपी के नाम रहीं और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और महेश पोद्दार यहां से जीतने में सफल रहे।
कर्नाटक में कांग्रेस के तीन और बीजेपी के एक उम्मीदवार को जीत मिली। जेडीएस का उम्मीदवार चुनाव हार गया। कांग्रेस के ऑस्कर फर्नाडींज को यहां से 46, जयराम रमेश को 47 और के सी राममूर्ति को 52 वोट मिले। बीजेपी की निर्मला सीतारमण 46 वोट लेकर जीतने में सफल रही जबकि जेडीएस के उम्मीदवार बीएम फारूख को महज 33 वोट मिले।