मोदी का चमचा होने पर मुझे गर्व: सेंसर बोर्ड प्रमुख
मुंबई: 'कोई माफी नहीं, कोई इस्तीफा नहीं…' यह कहना है फिल्म सेंसर बोर्ड के प्रमुख पहलाज निहलानी का, जिनकी यह आरोप लगाने के लिए काफी आलोचना हो रही है कि अनुराग कश्यप की फिल्म 'उड़ता पंजाब' बनाने के लिए आम आदमी पार्टी ने पैसा दिया है। उन्होंने कहा कि वह अपना आरोप साबित नहीं कर सकते, लेकिन "मैं माफी नहीं मांगूगा… मैंने जो सुना, वही कहा…"
कई शीर्ष फिल्मकारों ने बुधवार को अनुराग कश्यप का साथ देने का ऐलान किया है, जिनका दावा है कि सेंसर बोर्ड ने पंजाब में मौजूद ड्रग समस्या पर बनी उनकी फिल्म में से पंजाब और चुनाव की ओर इशारा करने वाली हर बात को हटा देने का आदेश दिया है, और कुल 89 कट लगाए हैं। पहलाज निहलानी द्वारा लगाए गए आरोप को फिल्मकारों ने 'पूरे फिल्मोद्योग का अपमान' बताया है, और न सिर्फ निहलानी से माफी की मांग की है, बल्कि फिल्म को रोकने की 'साजिश' का आरोप लगाते हुए उनके इस्तीफे की भी मांग की है।
आम आदमी पार्टी ने भी 'उड़ता पंजाब' की टीम को जोरदार समर्थन दिया है, और पार्टी प्रमुख व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा, "पहलाज निहलानी के बयान से साफ ज़ाहिर होता है कि उन्होंने फिल्म को बीजेपी के निर्देश पर रोका है…" पार्टी ने सेंसर बोर्ड की कार्रवाई को पंजाब में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़ा है। अपने अभियान के दौरान आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने राज्य में सत्तारूढ़ अकाली दल-बीजेपी सरकार पर ड्रग समस्या को लेकर ही हमला बोला हुआ है।
उधर, पहलाज निहलानी ने सेंसर बोर्ड के फैसले में किसी भी तरह के राजनैतिक दबाव से इंकार करते हुए कहा, "केंद्र कभी सेंसर बोर्ड के काम में दखल नहीं देता, कोई राजनैतिक दबाव नहीं था…"
लेकिन पहलाज निहलानी ने कहा, "हां, जैसा अनुराग कश्यप ने कहा, मैं नरेंद्र मोदी का चमचा हूं… मुझे मोदी का चमचा होने पर गर्व है… क्या मुझे इसके बजाय इटली के प्रधानमंत्री का चमचा होना चाहिए…?"
सेंसर बोर्ड प्रमुख ने इस बात से इंकार किया उन्होंने फिल्म के निर्माताओं से शीर्षक में से 'पंजाब' शब्द हटाने के लिए कहा है, हालांकि उन्होंने इस बात की जानकारी देने से इंकार कर दिया कि उन्होंने क्या-क्या कट लगाए हैं। पहलाज अपने फैसले पर टिके हुए हैं, और उनका कहना है, "जब कोई पूरी फिल्म देख लेगा, तभी समझ पाएगा, 'पंजाब' क्यों हटाया गया…"