लखनऊ: बिसाहड़ा (दादरी) में एखलाक की भीड़ द्वारा जिसमें आर0एस0एस0 व भाजपा के नेताओं सहित केन्द्रीय मंत्रिमण्डल के सदस्यों की खुलेआम संलिप्तता के चलते हुई जघन्य हत्या को नौ महीने बाद भारतीय जनता ने सोची समझी रणनीति के तहत आगामी 2017 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इस निर्मम हत्या की घटना केा साम्प्रदायिक रूप देकर राजनीतिक रोटियां सेंकने पर अमादा है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं प्रभारी उ0प्र0 मधुसूदन मिस्त्री, सांसद ने आज यहां प्रदेश कंाग्रेस मुख्यालय में कहा कि पहले जांच में मांस का टुकड़ा बकरे का था और बाद में जो जांच मथुरा लेब्रोरेटरी से कराया गया वह पहले वाली जांच से भिन्न है। आज भारतीय जनता पार्टी इसे मुद्दा बनाकर प्रदेश में एक बार पुनः साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ रही है। आर0एस0एस0 और भारतीय जनता पार्टी अपने इस खतरनाक खेल से पीछे नहीं हट रही है और उत्तर प्रदेश में साम्प्रदायिकता की घिनौनी साजिश रच रही है।
श्री मिस्त्री ने मांस के टुकड़े की हुई जांच पर सन्देह व्यक्त करते हुए कहा कि इसमें साजिश की पूरी तरह बू आ रही है। इसी तरह इन लोगों द्वारा जेएनयू की सीडी की जांच में भी बाद में सीडी फर्जी पायी गयी थी। भीड़ द्वारा की गयी नृशंस हत्या को झुठलाकर प्रदेश में साम्प्रदायिक उन्माद फैलाया जा रहा है
श्री मिस्त्री ने कहा कि केन्द्र की सत्ता में दो साल से काबिज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी देश में हर मोर्चे पर विफल साबित होने के कारण देश की जनता का ध्यान हटाने के लिए अपने साम्प्रदायिक एजेण्डे के सहारे प्रदेश में साम्प्रदायिक धु्रवीकरण में तेजी से जुट गये हैं। क्योंकि श्री मोदी जान चुके हैं कि उनके तथाकथित विकास के एजेण्डे की पोल खुल चुकी है।
श्री मिस्त्री ने कहा कि आगामी 2017 के आसन्न विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा और उसके नेता पूरी तरह साम्प्रदायिक और विवादित बयानबाजी पर उतर आये हैं। क्योंकि अभी हाल ही में मथुरा में जिस तरह दो जांबाज पुलिस अधिकारियों की शहादत हुई है उसे भी भाजपा जातीय व साम्प्रदायिक रंग देकर उत्तर प्रदेश में गहरी साजिश रचने का दुष्चक्र कर रही है।