नई दिल्ली: केरल में मानसून के पहुंचने में भले ही देरी हो रही है। लेकिन उत्तरी राज्यों में इस बार मानसूनी बारिश सामान्य से ज्यादा होने की संभावना है।
मौसम विभाग ने कहा कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में 108 फीसदी बारिश होगी।
मौसम विभाग के महानिदेशक डॉ. एल.एस. राठौर ने गुरुवार को मानसून को लेकर दूसरी भविष्यवाणी जारी की। इसमें मानसून के दौरान सामान्य के 106 फीसदी बारिश होने की अपनी पूर्व की भविष्यवाणी पर कायम रहते हुए विभाग ने संभागों के लिए पूर्वानुमान जारी किए हैं। इसके तहत उत्तर-पश्चिम में 108, मध्य भारत एवं दक्षिण भारत में 113 फीसदी तथा पूर्वोत्तर में 94 फीसदी बारिश होगी। इस आकलन में आठ फीसदी की धनात्मक या ऋणात्मक त्रुटि हो सकती है।
मौसम विभाग ने कहा कि बारिश सामान्य या ज्यादा होने की संभावना 96 फीसदी है जबकि सामान्य से कम बारिश की आशंका महज चार फीसदी। सूखा पड़ने की संभावना शून्य फीसदी है।
मौसम विभाग के अनुसार लॉ नीना स्थितियां उत्पन्न होने के कारण सितंबर में इस बार सामान्य से अधिक बारिश होगी जबकि मानसून के दस्तक में देरी के कारण जून में बारिश सामान्य से थोड़ी कम होगी।
इस बार देश भर में जुलाई महीने के दौरान अच्छी बारिश की संभावना है। सामान्य के 107 फीसदी बारिश जुलाई में होगी। जबकि अगस्त में 104 फीसदी बारिश होने की संभावना है। इसमें नौ फीसदी की माॠडलीय त्रुटि शामिल है।
मौसम विभाग ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में मानसून के आगे बढ़ने के लिए अनुकूल स्थितियां निर्मित हो रही हैं। इसलिए 7 जून तक केरल में मानसून के पहुंचने की संभावना है। केरल में प्री मानसून बारिश भी शुरू हो चुकी है। बता दें कि केरल में मानसून एक जून को आता है जिसमें अब देरी हो चुकी है।