यात्राएं हमारी संस्कृति को मजबूत बनाती हैं: अखिलेश
मुख्यमंत्री ने छात्रों के एक दल को जम्मू-कश्मीर की सद्भावना यात्रा के लिए रवाना किया
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर स्कूली छात्रों के एक दल को जम्मू-कश्मीर राज्य की सद्भावना यात्रा के लिए हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। यह दल 22 मई से 30 मई, 2016 तक जम्मू-कश्मीर का भ्रमण करेगा। छात्रों के साथ एक सांस्कृतिक दल भी भेजा गया है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्राएं हमारी सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा हैं। इस यात्रा का उद्देश्य समाज में शान्ति, सद्भाव एवं आपसी भाईचारे को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर देश के स्वर्ग के रूप में प्रसिद्ध है। विभिन्न देशों के लोग यहां की प्राकृतिक छटा को देखने आते हैं।
श्री यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार का उद्देश्य उत्तर प्रदेश की गंगा-जमुनी तहजीब को पूरे देश में प्रचारित-प्रसारित करना है। इसके लिए राज्य सरकार अपने सीमित संसाधनों से लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने भरोसा जताया कि इन प्रयासों से देश की सांस्कृतिक विरासत, एकता व अखण्डता को मजबूत होगी।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने सद्भावना दल के छात्रों से परिचय भी प्राप्त किया और उन्हें यात्रा के लिए अपनी शुभकामनाएं भी दी।
इस अवसर पर विशेष सचिव मुख्यमंत्री रिग्जियान सैम्फिल, जिलाधिकारी लखनऊ राजशेखर सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद थे।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव की विशिष्ट सोच के तहत पहली बार आयोजित की जा रही यह सद्भावना यात्रा एक अनोखी पहल है। इसका उद्देश्य राष्ट्रीय एकता और अखण्डता बनाए रखने के साथ ही पारस्परिक सद्भाव को और सुदृढ़ करना है। यह यात्रा पाइलेट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई है। इसके लिए प्रदेश के विभिन्न जनपदों के शासकीय, वित्तपोषित, स्व-वित्तपोषित व केन्द्रीय विद्यालय संगठन द्वारा संचालित विद्यालयों के कक्षा-9 से कक्षा-12 तक के 35 बच्चों चयन किया गया है। शिक्षा, खेल, पर्यावरण संरक्षण, संस्कृति, कला के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्रों का चयन इस यात्रा के लिए किया गया है।
सैन्य बल के सहयोग व संरक्षण में सद्भावना दल को जम्मू-कश्मीर राज्य के विभिन्न स्थलों का भ्रमण कराया जायेगा, जिससे इन छात्रों को क्षेत्रीय कला, संस्कृति, कार्यशैली, आम-जनमानस की जीवनशैली आदि के सम्बन्ध में बेहतर जानकारी हासिल हो सकेगी। यह बच्चे उत्तर प्रदेश विशेषकर अवध प्रांत की कला, संस्कृति, जीवन शैली आदि के बारे में अपने विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से वहां के लोगों के साथ पारस्परिक संवाद व सम्पर्क स्थापित कर अवगत करायेंगे। छात्रों की दल के साथ भेजा गया सांस्कृतिक दल उत्तर प्रदेश की विभिन्न कलाओं विशेषकर अवधी कला व संस्कृति की झांकी वहां के लोगों के लिए प्रस्तुत करेगा।