अति महत्वाकांक्षी होने से बचे भारत: राजन
मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि ऐसे समय में जब विश्व में अनिश्चितता का माहौल है, भारत को अति महत्वाकांक्षी होने से बचना चाहिए और इसकी बजाए सतत आर्थिक विकास सुनिश्चित करने के लिए विवेकपूर्ण नीतियों पर ध्यान देना चाहिए। राजन का यह बयान परोक्ष रूप से मोदी सरकार को नसीहत के रूप में देखा जा रहा है।
राजन ने कल देर शाम भुवनेश्वर में महताब स्मारक व्याख्यान देते हुए कहा कि इस समय दृष्टिकोण एवं दूसरों की नीतियों को लेकर जारी व्यापक अनिश्चितता को देखते हुए भारत जैसे देश को अति महत्वाकांक्षी हुए बिना विवेकपूर्ण उपाय करने की कोशिश करनी चाहिए जैसा कि हमने अब तक किया है।
उन्होंने कहा कि यह विश्व अर्थव्यवस्था के गति पकड़ने के साथ भारत के मजबूत एवं सतत विकास के ठोस आधार के तौर पर काम करेगा। राजन ने कहा कि हर देश में अलग-अलग कारकों की वजह से विश्व ‘काफी धीमी गति’ से विकास कर रहा है। उन्होंने साथ ही कहा कि औद्योगिक देशों में आसान एवं अपारंपरिक मौद्रिक नीति तेजी से समस्या का हिस्सा बन सकती है। रिजर्व बैंक के गर्वनर ने दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों से ज्यादा वैश्विक दृष्टिकोण के साथ सोचने की अपील की।