राजनीति में श्रीसंत की पहली ही गेंद नो बाल घोषित
नई दिल्ली। क्रिकेट के पिच पर हमेशा विवादों से घिरे रहने वाले पूर्व क्रिकेटर एस श्रीसंत केरल के विधानसभा चुनाव से नई पारी की शुरुआत की। तिरुवनंतपुरम सीट पर श्रीसंत का मुकाबला मौजूदा स्वास्थ्य मंत्री एवं कांग्रेस नेता वीएस शिवकुमार से था, जो इस सीट से सांसद भी रह चुके हैं, लेकिन श्रीसंत को हार का सामना करना पड़ा है। श्रीसंत यहां तीसरे नंबर पर रहे।
श्रीसंत केरल के एर्नाकुलम जिले से आते हैं। राजनीति में उनका पदार्पण उम्मीदों के मुताबिक चर्चा नहीं बटोर सका और बीजेपी में शामिल होने के बाद उन्होंने जो तस्वीरें ट्वीट की थी उसकी भी कई लोगों ने खिंचाई भी की थी।
अपने क्रिकेट करियर के दौरान श्रीसंत की चर्चा अक्सर गलत वजहों से होती रही। साल 2013 में श्रीसंत को आईपीएल-6 में स्पॉट फ़िक्सिंग के आरोप में दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। बाद में उन्हें जमानत मिल गई, लेकिन बीसीसीआई ने उनके क्रिकेट खेलने पर प्रतिबंध लगा दिया था।
2008 में एक आईपीएल मैच के दौरान हरभजन सिंह के कथित चांटे के बाद वो कैमरे पर फूट-फूट कर रोते दिखाई दिए थे। हरभजन सिंह पर आरोप लगे कि उन्होंने श्रीसंत को थप्पड़ मारा। टीवी पर सभी ने श्रीसंत को रोते हुए देखा, लेकिन बाद में श्रीसंत ने कहा कि उन्हें हरभजन से कोई शिकायत नहीं है और हरभजन उनके बड़े भाई के समान हैं।