लखनऊ: यूपी के ‘आरटीआई भवन’ के उद्घाटन का भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के हाथों आगामी 08 जुलाई को होने वाला कार्यक्रम भी टलता नज़र आ रहा है. लखनऊ के आरटीआई कार्यकर्ताओं का दावा है कि ऐसा उनके द्वारा उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी के द्वारा आगामी 8 जुलाई को लखनऊ आकर आरटीआई भवन का उद्घाटन करने के कार्यक्रम से पहले आरटीआई कार्यकर्ताओं द्वारा ‘आरटीआई भवन’ के मुख्यद्वार के बाहर काले कपडे पहनकर अंसारी को काले झंडे दिखाकर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने के कार्यक्रम की घोषणा करने और उपराष्ट्रपति को पत्र लिखकर उनसे इस कार्यक्रम में न आने की अपील करने के चलते ही हुआ है.
गौरतलब है कि ऐसा दूसरी बार हो रहा है जब आरटीआई भवन के उद्घाटन के कार्यक्रम को टाला जा रहा है. इससे पहले आरटीआई भवन का उद्घाटन बीते 11 अप्रैल को यूपी के सीएम अखिलेश यादव के हाथों होना था किन्तु आरटीआई कार्यकर्ताओं द्वारा उसी दिन ‘आरटीआई भवन’ के मुख्यद्वार के बाहर सभी सूचना आयुक्तों का पुतला दहन करने की घोषणा के कारण अखिलेश ने कार्यक्रम में आने से मना कर दिया था और उद्घाटन को आगे के लिए टाल दिया गया था. बताते चलें कि पूरा उत्तर प्रदेश राज्य सूचना आयोग आरटीआई भवन में अन्तरित होकर बीते 11 अप्रैल से पूरी तरह कार्यशील है.
उत्तर प्रदेश राज्य सूचना आयोग में घटित महिला यौन-उत्पीडन मामलों की जांच के लिए उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार विशाखा समिति गठित कराने और आयोग की सभी कार्यवाहियों की शत-प्रतिशत वीडियो रिकॉर्डिंग कराने,इन रिकॉर्डिंग्स को आईटी एक्ट में प्राविधानित समय तक संरक्षित रखकर किसी भी पक्षकार द्वारा मांगे जाने पर उपलब्ध कराये जाने की मुहिम का नेतृत्व कर रही यूपी की चर्चित आरटीआई कार्यकत्री उर्वशी शर्मा ने बताया कि उनकी अगुआई में उपराष्ट्रपति का विरोध करने के कार्यक्रम की घोषणा के चलते ही आरटीआई भवन के उद्घाटन के इस कार्यक्रम को एक बार फिर टाला जा रहा है जिसे उर्वशी ने सूबे के आरटीआई कार्यकर्ताओं की एक बड़ी जीत बताया है. बीते 11 अप्रैल को उर्वशी की अगुआई में ही सूचना आयुक्तों का पुतला फूँका गया था.
बकौल उर्वशी उनके संगठन येश्वर्याज ने यूपी की पूर्ववर्ती बसपा सरकार के समय अन्य सामाजिक संगठनों के साथ एक लम्बी लड़ाई लड़कर यूपी के इंदिरा भवन लखनऊ स्थित परिसर में सूचना आयुक्तों की सुनवाइयों की शत-प्रतिशत वीडियो रिकॉर्डिंग आरम्भ कराई थी परन्तु अपने भ्रष्ट हित साधने के लिए वर्तमान आयुक्तों ने इन सीसीटीवी कैमरों को बंद करा दिया था l
उर्वशी ने बताया कि उन्होंने हामिद अंसारी को पत्र लिखकर उनसे कहा था कि देश के उपराष्ट्रपति होने के नाते यह उनका नैतिक और पदीय दायित्व है कि वे ऐसे किसी भी भवन का उद्घाटन करने तब तक न जाएँ जब तक वहां महिलाओं का और पारदर्शिता के सिपाहियों का उत्पीडन बंद होने के और अब तक हुए उत्पीडन के मामलों की जांच के मुकम्मल इंतजामात नहीं हो जाते है l अंसारी को लिखे अपने पत्र में उर्वशी ने इस मुद्दे पर उनको काले झंडे दिखाते हुए अपनी गिरफ्तारी देकर जेल जाने और मांगें पूरी न होने तक अपनी जमानत भी नहीं कराने की बात भी कही थी l
उर्वशी ने बताया कि अब ‘आरटीआई भवन’ का उद्घाटन आगामी 15 जुलाई 2016 को होने की सम्भावना के दृष्टिगतआरटीआई कार्यकर्ता उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी को काले कपडे पहनकर काले झंडे दिखाने के लिए आगामी 8 जुलाई और 15 जुलाई दोनों दिन तैयार रहेंगे