अमर पर बोले आज़म, यह पार्टी मालिक का फैसला है
नई दिल्ली: करीब 6 साल के लंबे इंतजार के बाद अमर सिंह फिर से समाजवादी पार्टी से जुड़ने जा रहे हैं। अमर सिंह के धुर विरोधी आज़म खां की इस मामले में मुलायम सिंह ने एक नहीं सुनी और आज़म को उन्होंने एहसास करा दिया कि पार्टी के मुखिया वह हैं कोई और नहीं । हालांकि अभी वह समाजवादी पार्टी से औपचारिक तौर से जुड़े नहीं हैं। किसी समय में मुलायम सिंह के सबसे करीबी रहे अमर सिंह को 2010 में पार्टी से निकाल दिया गया था।
अमर सिंह की पार्टी की ओर से राजयसभा का उम्मीदवार बनाए जाने की घोषणा पर आजम खान ने कहा, मैं समझता हूं कि ये दुखद प्रकरण है। नेता जी पार्टी के मालिक हैं, इसलिए मालिक के फैसले को चुनौती देना मेरे अधिकार क्षेत्र में नहीं है।
मुलायम सिंह ने अमर सिंह को समाजवादी पार्टी का राज्यसभा का टिकट दे दिया। यूपी से राज्यसभा की 11 सीटें खाली हुई हैं, जिनमें से छह सीट आसानी से जीतने भर के लिए सपा के पास वोट हैं। कहते हैं कि पार्टी की संसदीय बोर्ड की मीटिंग में मुलायम के भाई रामगोपाल यादव और मंत्री आजम खान ने अमर सिंह का विरोध किया लेकिन मुलायम के आगे उनकी नहीं चली।