सिर्फ बाबू और इंजीनियरों पर ई-टेंडर घोटाले में जांच की आंच क्यों?
आम आदमी पार्टी ने सभी आरोपियों पर FIR दर्ज कराने की मांग की
लखनऊ: आम आदमी पार्टी, लखनऊ के जिला संयोजक गौरव माहेश्वरी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मण्डल ने नगर आयुक्त के सामने लखनऊ नगर निगम में 1000 करोड़ रूपये के ई-टेंडर घोटाले का मुद्दा उठाया और ज्ञापन सौपा जिसमें अवगत कराया कि ई-टेंडरिंग प्रक्रिया की शुरुआत से अक्टूबर 2015 तक लगभग 1000 करोड़ रुपये के फर्जी टेंडर कराये गये जिसका खुलासा होने पर नगर आयुक्त द्वारा जाँच कमिटी बनाई गई और कुछ दिनों पहले शासन में भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार सम्बंधित बाबू और छ: डिविजनल इंजिनियर ही दोषी बताये गये |
नगर निगम के टेंडर कमिटी की जिम्मेदारियां पहले से ही वर्णित व उल्लेखित है | ई-टेंडर खोलने से पूर्व कमिटी टेंडर फ्लोट होने की समस्त प्रक्रिया जैसे सम्बंधित टेंडरो के विज्ञापन का प्रकाशन प्रमुख अखबारों में सुनिश्चित करना तथा बेबसाईट पर तय निर्धारित समय सीमा तक टेंडर अपलोड करना जैसी समस्त महत्वपूर्ण औपचारिकताओं को पूर्णतया सुनिश्चित कर लेने के बाद ही टेंडर खोलने की प्रक्रिया शुरू की जाती है परन्तु उपरोक्त औपचारिकताओं को पूरा किए बिना ही टेंडर खोले गये है |
इससे यह स्पष्ट होता है कि पूर्ण रूप से टेंडर खोलने में टेंडर कमिटी के प्रत्येक सदस्य की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को जानबूझ कर नज़रंअंदाज़ करते हुए इतने बड़े घोटाले को अंजाम दिया गया है |
बड़ी आश्चर्यजनक बात है की नगर आयुक्त द्वारा तथाकथित एक सदस्यीय जाँच कमिटी ने मात्र एक बाबू और छ: डिविजनल इंजिनियर को ही दोषी पाया जबकि टेंडर कमेटी में बाबू एवं डिविजनल इंजिनियर सहित चीफ़ इंजिनियर, फाइनेंस कंट्रोलर एवं अपर नगर आयुक्त (प्रभारी – इंजिनियरिंग) भी शामिल है | इस तरह यह पूरी की पूरी कमिटी उपरोक्त लगभग 1000 करोड़ रूपये की सामूहिक लूट में शामिल है एवं बराबर के साझेदार है |
आम आदमी पार्टी ने माँग की है कि निचले स्तर पर कुछ लोगों को आरोपी बना कर ई-टेंडर कमिटी में शामिल बाकी वरिष्ठ अधिकारियों का बचाव कतई ना किया जाए एवं इन सब के खिलाफ तत्काल आर्थिक अपराध, गबन का मुकदमा नगर निगम के मुखिया नगर आयुक्त महोदय की तरफ से पंजीकृत कराया जाये और साथ ही साथ सभी आरोपियों की बर्खास्तगी की संस्तुति शासन को तत्काल भेजी जाए |
प्रदेश प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने कहा है कि नगर आयुक्त बिना भेदभाव करते हुए निष्पक्ष कार्यवाही करे क्योंकि यह मामला सीधे जनता की गाढ़ी कमाई द्वारा भरे गये टैक्स से जुड़ा हुआ है और साथ ही साथ चेतावनी दी है कि अगले 5 दिन में नगर आयुक्त इस पूरे प्रकरण पर उपरोक्त कार्यवाही करे अन्यथा आम आदमी पार्टी नगर निगम पर प्रदर्शन करने एवं इस लूट में शामिल सभी अधिकारियों के खिलाफ सम्बंधित थाने में एफ.आई.आर. पंजीकृत करवाने को बाध्य होगी जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी नगर निगम प्रशासन की होगी |
आज के प्रतिनिधि मण्डल में संगठन संयोजक कमलेन्द्र सिंह श्रीनेत, जिला मीडिया प्राभारी महेन्द्र प्रताप सिंह, जिला कोषाध्यक्ष नीरज श्रीवास्तव, घनश्याम श्रीवास्तव, आशुतोष तिवारी, शबीना सिद्दीकी, राकेश सिंह, जमशेद अख्तर, पी.एल. सोनी, कमर अब्बास, सी.एस. चौरसिया, के. के. श्रीवास्तव, विशाल प्रजापति, शहनाज़ बानो, अंजू सिंह, राजू यादव, स्वदेश श्रीवास्तव, मो. ओवैस, सईद मेहँदी, जावेद, डी.सी. राय, मो. अनीस सहित तमाम कार्यकर्ता मौजूद थे |