आजमगढ़ के कई इलाके अब भी अशांत
कल से बहाल होगी ब्रॉडबैंड सेवा, इंटरनेट पर जारी रहेगी रोक
आजमगढ़: बड़ी संख्या में आरएएफ, पीएसी तथा पुलिस की निगरानी में आजमगढ़ के हालात और दंगाइयों पर नियंत्रण का दावा किया गया है। धीरे-धीरे माहौल शांत होता देख कल से ब्रॉडबैंड सेवा बहाल करने का निर्णय लिया गया है। हालांकि मोबाइल इंटरनेट पर रोक जारी रहेगी। उपद्रवग्रस्त कुछ इलाकों में जनजीवन पटरी पर लौटता दिखा लेकिन संजरपुर, खुदादादपुर, इब्राहिमपुर सहित कई इलाकों में विश्वास बहाली शेष है। जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने कहा कि आजमगढ़ के लोग अमन-शांति के लिए जाने जाते हैं। इस बार भी उन्होंने चंद अराजक तत्वों के मंसूबे सफल नहीं होने दिए। हम उनके साथ हैं जिन्होंने शांति व्यवस्था कायम करने में किसी न किसी रूप में अपनी भूमिका निभाई है। वैसे उन्हें कत्तई नहीं बख्शा जाएगा जिन लोगों की करतूत से इस तरह की स्थिति उपजी है।
सांप्रदायिक बवाल से प्रभावित क्षेत्रों में कुछ इलाकों में जनजीवन पटरी पर लौटता दिखा। हालांकि आजमगढ़ के संजरपुर, खुदादादपुर, इब्राहिमपुर सहित कई इलाके ऐसे हैं जहां विश्वास बहाली होनी अभी बाकी है। इसके लिए आला अधिकारियों के साथ जिलाधिकारी पूरे दिन प्रभावित क्षेत्रों में लगे रहे। जिलाधिकारी ने उपद्रवियों पर कार्रवाई को तीन टीमें गठित की हैं। मौके की नजाकत को देखते हुए अराजक तत्व भूमिगत हो गए हैं। नेटवर्किंग व्यवस्था ध्वस्त होने से लोग हलकान रहे। जिले के निजामाबाद व सरायमीर थाना क्षेत्र में पिछले शनिवार की शाम से भड़के दंगे को काबू में करने के लिए शासन के निर्देश पर किया गया प्रयास अब सफल होता दिख रहा है। सोमवार को जिले में आए एडीजी ला एंड आर्डर दलजीत चौधरी द्वारा मातहतों के साथ लिए गए निर्णय और उपद्रवियों को रासुका में पाबंद किए जाने की चेतावनी पूरी तरह असर दिखाने लगी। नतीजा रहा कि सोमवार व मंगलवार को दंगा प्रभावित क्षेत्र में कहीं भी कोई मारपीट व आगजनी की घटना सामने नहीं आई। सड़कों पर सन्नाटा जरूर पसरा है लेकिन लखनऊ-बलिया राजमार्ग पर आवागमन जारी है। क्षेत्र में चप्पे-चप्पे पर तैनात पुलिस, पीएसी व रैपिड-एक्शन फोर्स के जवान मुस्तैद हैं। जिले में तैनात रह चुके एवं वर्तमान में मीरजापुर रेंज के डीआइजी आर के श्रीवास्तव दंगा प्रभावित क्षेत्र में कैंप किए हुए हैं। क्षेत्र में पुलिस की मुस्तैदी देख उपद्रवियों का हौसला भी पस्त नजर आ रहा है। फिलहाल शासन व प्रशासन ने दंगा प्रभावित क्षेत्र में पूरी तरह निगहबानी कर रखा है। पहले आइजी एसके भगत, फिर डीआइजी मीरजापुर परिक्षेत्र आरके श्रीवास्तव व निवर्तमान एसपी दयानंद मिश्र के साथ प्रभावित इलाके का जिलाधिकारी सुहास एलवाई भ्रमण करते रहे। जिलाधिकारी के नेतृत्व में कई चक्र में न सिर्फ मार्च निकाला गया बल्कि लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की गई।
एसटीएफ के पुलिस महानिरीक्षक राम कुमार ने बताया कि सिर्फ ब्रॉडबैंड को ही शुरू किया जा रहा है। मोबाइल इंटरनेट सेवा 2जी, 3जी आदि पर प्रतिबंध जारी रहेगा। मंगलवार देर शाम राजधानी लौटे अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था दलजीत सिंह चौधरी ने बताया कि आजमगढ़ में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। संवेदनशील इलाकों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। कहीं से किसी प्रकार की घटना की सूचना नहीं है। उधर आइजी, एटीएस असीम अरुण अब भी आजमगढ़ में कैंप कर रहे हैं। दरअसल इंटरनेट पर पूरी तरह से प्रतिबंध से सरकारी कामकाज में बाधा आ रही थी। प्रदेश के एडीजी लॉ एंड आर्डर के साथ ही वाराणसी के आइजी व डीआइजी भी आजमगढ़ में डेरा डाले हैं। आजमगढ़ के खुदादपुर में सांप्रदायिक विवाद के बाद क्षेत्र में बड़ी संख्या में फोर्स तैनात है। स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है किंतु सड़कों पर सन्नाटा पसरा है। लोगों में दहशत व्याप्त है। एडीजी ला एंड आर्डर दलजीत चौधरी, आइजी एटीएस असीम अरुण और आइजी एसटीएफ रामकुमार सहित तमाम अधिकारी मौके पर थे।