यूपी में शराब बंदी को लेकर हस्ताक्षर अभियान शुरू
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शराब बंदी की मांग को लेकर आज यहां जानकीपुरम विस्तार से आम लोगों के बीच खुली चर्चा और हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत हो गयी। शराब हटाओ समाज बचाओ अभियान के तहत लक्ष्य जनकल्याण समिति ने यहां गौरव अस्थाना पार्क, सेक्टर-छह जानकीपुरम विस्तार में जुटे क्षेत्रीय नागरिकों के बीच हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत की गयी। इस मौके पर शराब हटाओ समाज बचाओ अभियान के संयोजक पंकज तिवारी, समिति के अध्यक्ष एस0के0 बाजपेई, ए.के. वर्मा, डी0सी0 गुप्ता, बाबू लाल श्रीवास्तव समाजसेवी, राजीव निगम, गोपाल लाल श्रीवास्तव, संत कुमार वर्मा, अजय कुमार शुक्ला, शंकर अग्रवाल, विपिन द्धिवेदी, ज्ञानेन्द्र सिंह सिकरवार, सुशील कुमार गुप्ता, श्रीराम तिवारी, ओम प्रकाश मिश्रा, आर0बी0 पाण्डेय, निर्मल मिश्रा, सुनील िंसह, शैलेन्द्र मिश्रा, एन0एन0 मिश्रा, दिनेश प्रकाश त्रिपाठी, एस0पी0 गुप्ता, रामजीत यादव सहित क्षेत्र के काफी संख्या में क्षेत्र के नागरिक मौजूद थे। खुली चर्चा और हस्ताक्षर अभियान के शुभारम्भ मौके पर शराब हटाओ समाज बचाओ के संयोजक पंकज तिवारी ने मौजूद लोगों को सम्बोधित करते हुये बताया कि उत्तर प्रदेश में शराब बंदी को लेकर यह शुरू हुयी खुली चर्चा और हस्ताक्षर अभियान पूरे प्रदेशभर में आयोजित की जायेगी ताकि शराब के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे संगठनों और नागरिकों को एक मंच पर लाया जा सके और इस अभियान को मजबूती प्रदान की जाये। श्री तिवारी ने माना कि उत्तर प्रदेश में शराब के खिलाफ निरन्तर विभिन्न संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है, किन्तु लोगों के संगठित न होने से यह विरोध दब कर रह जाता है, इसलिये आज पूरे उत्तर प्रदेश में शराबबंदी की मांग को लेकर शुरू हो रही आम लोगों के बीच खुली चर्चा और हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से विभिन्न संगठनों से अपील की जायेगी कि वह एकजुट होकर शराब के खिलाफ लड़ाई लड़े, ताकि प्रदेश में शराब बंदी के लिये सरकार को मजबूर होना पड़े। शराब हटाओ समाज बचाओ के संयोजक के आह्वान पर शुरू हुये इस हस्ताक्षर अभियान के अन्तर्गत लक्ष्य जन कल्याण समिति ने गोल चौराहा जानकीपुरम विस्तार स्थित शराब की दुकानों को हटाये जाने की मांग को लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। समिति के अध्यक्ष एस0के0 बाजपेयी ने इस मौके पर बताया कि इन दुकानों को हटाने के लिये बराबर विरोध प्रदर्शन करने और प्रशासन द्वारा आश्वासन मिलने के बावजूद अब तक कोई काररवाई नहीं गयी है, और जब तक इन शराब की दुकानों को हटाया नहीं जाता तब तक क्षेत्र के नागरिक बराबर विरोध करते रहेगें।