शिवपाल यादव ने 8.5 करोड़ की लागत से बने दो मंजिला मूल्याकंन भवन का किया लोकार्पण 

लखनऊ: प्रदेश के लोक निर्माण, सिंचाई एवं जल संसाधन, सहकारिता, परती भूमि विकास, राजस्व आभाव, सहायता, पुर्नवास तथा लोक सेवा प्रबंधन विभाग मंत्री  शिवपाल सिंह यादव तथा विधानसभा अध्यक्ष उ0प्र0 माता प्रसाद पाण्डेय द्वारा आज जनपद-गोरखपुर में लगभग 8.5 करोड़ की लागत से दीन दयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर के परिसर में बने दो मंजिला मूल्यांकन भवन का लोकार्पण किया गया जिसकी कार्यदायी संस्थादीन दयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय का अभियंत्रण विभाग है। भवन के अन्दर 6 बड़े एवं 4 छोटे कमरे व 8 केबिन है। यह भवन 18 माह में तैयार हुआ है। लोकार्पण के पश्चात लो0नि0वि0 मंत्री एवं विधानसभा अध्यक्ष द्वारा मूल्यांकन भवन का निरीक्षण किया गया तथा कार्य की गुणवत्ता पर संतोष व्यक्त किया गया। तत्पश्चात मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव ने विभागीय अधिकारियों के साथ विभागीय कार्यों के प्रगति की समीक्षा के दौरान बाढ़ खण्ड के अधिकारियों को निर्देश दिये कि बंधों की मरम्मत एवं बाढ़ बचाव से संबंधित सम्पूर्ण कार्य 15 जून तक प्रत्येक दशा में पूर्ण कर लिए जायें, किसी भी स्थिति में कार्य अवशेष नही होने चाहिए अन्यथा संबंधित अभियंता की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जायेगी, प्रदेश सरकार इसके लिए गंभीर है। उन्होंने सिंचाई विभाग के कार्य प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि शासन द्वारा उपलब्ध धनराशि का सही समय से गुणवत्तायुक्त ढंग से उसका उपयोग कर लिया जाये तो बाढ़ की स्थिति उत्पन्न नही हो सकती है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि समय से कार्य को पूरा किया जाये वरना संबंधित अभियंता के विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित होगी।

श्री यादव ने नहरों की शील्ट सफाई समय से कराने के साथ ही उसकी फोटोग्राफी कराने के निर्देश देते हुए कहा कि टेल तक पानी हर हाल में पहुंचना चाहिए, प्रदेश सरकार किसानों के हित के लिए निरन्तर प्रयासरत है। उन्होंने यह भी कहा कि जिलाधिकारी/सीडीओ शील्ट सफाई कार्यों की गुणवत्ता की जांच करा लें।

लो0नि0वि0 मंत्री ने जनपद की क्षतिग्रस्त सड़कों को प्रमुखता के आधार पर मरम्मत कराने के साथ ही गड्ढ़ामुक्त सड़क पर विशेष बल देते हुए कहा कि प्राथमिकता के आधार पर गोरखपुर पिपराइच मार्ग, रामजानकी मार्ग, कौड़ीराम गोला मार्ग आदि की मरम्मत करा दिया जाये। बताया गया कि गोरखपुर पिपराइच मार्ग टेण्डर प्रक्रिया में है। उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त सड़को से दुर्घटना की आशंकाएं प्रबल होती है अतएव इस पर विशेष ध्यान दिया जाये कि ऐसी स्थिति न होने पाये।

श्री यादव ने राजस्व वादों का निस्तारण प्रमुखता के आधार पर करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को देते हुए कहा कि वादों को लंबित न रखा जाये तथा तहसीलदार, नायब तहसीलदार आदि नियमित रूप से कोर्ट करें।