नाराज डिप्लोमा इंजीनियरों का जेल भरों आन्दोलन 26 मार्च से
लखनऊ। पिछले लम्बे अरसे से 12 सूत्री मांग पत्र को लेकर क्रमिक आन्दोलन कर रहे डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ ने पिछले दिनों 48 घन्टे के कार्य बहिष्कार के बाद आज विधानसभा के समक्ष रैली निकालते हुए लक्ष्मण मेला मैदान में दिनभर प्रदर्शन किया। इस दौरान महासंघ के अध्यक्ष इं. एस.पी. मिश्रा, महासचिव इं. एस.के. पाण्डेय सहित सभी वक्ताओं ने एक श्वर में सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि बार बार वार्ता के उपरान्त भी कोई आदेश जारी न करना सरकार द्वारा डिप्लोमा इंजीनियर्स संवर्ग के घैर्य का परीक्षा लेने जैसा साबित हो रहा है। सरकार ने अब भी अनदेखी की तो डिप्लोमा इंजीनियर्स आरपर की लड़ाई के लिए तैयार है। धरने दौरान घोषणा की गई कि 12 सूत्रीय मांगों के निराकरण न होने पर 26 मार्च से डिप्लोमा इंजीनियर्स जेल भरो आन्दोलन शुरू करेगें। आज प्रदेष के विभिन्न जनपदों पधारे तथा महासंघ से सम्बद्ध 24 विभागों के लगभग दस हजार डिप्लोमा इंजीनियर्स लक्ष्मण मेला मैदान में महारैली हेतु उपस्थित हुए तथा विधान सभा का घेराव किया। आज की महारैली की अध्यक्षता उ.प्र.डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ प्रान्तीय अध्यक्ष इ.एस.पी. मिश्रा के नेतृत्व में सम्पन्न हुई। जिसमें सरकार के 2 वर्ष 11 माह के कार्यकाल में डिप्लोमा इंजीनियर्स की लम्बित समस्याओं पर किसी सक्षम स्तर पर वार्ता भी न हो पाने एवं मुख्य सचिव स्तर पर लगातार वार्ताओं की तिथि निर्धारित करके वार्ता स्थगित कर देने से पूरे प्रदेष से उपस्थित डिप्लोमा इंजीनियर्स ने अत्यन्त आक्रोष व्यक्त किया। आज की महारैली लक्ष्मण मेला मैदान से निकल कर सिन्दरबाग चैराहा-हजरतगंज होते हुए विधान सभा तक पहुँच कर सम्पन्न हुई।
इसी बीच में विगत 12 फरवरी को मुख्य सचिव द्वारा अपनी अध्यक्षता में डिप्लोमा इंजीनियर्स से वार्ता आहूत की गई। दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि वार्ता का कार्यवष्त्त 15 दिन बाद जारी हो सका, उसमें भी हुई वार्ता तथा जारी कार्यवष्त्त में भिन्न्ता पाई गई है। रैली में महासंघ के घटक संघों ने षासन से की गई गयी वार्तां तथा जारी कार्यवष्त्त जिसमें मुख्य रूप से अवर अभियन्ताओं को प्रारम्भिक वेतनमान ग्रेड-पे रू0 4800 करने में बनी सहमति के अनुरूप समिति न गठित करने तथा अन्य बिन्दुओं पर हुई वार्ता के अनुरूप कार्यवष्त्त जारी न करने पर रोश प्रकट किया गया। यही स्थिति निरन्तर अन्य कर्मचारी संवर्गों के साथ भी हो रही है जिसके कारण कर्मचारी संवर्ग का सरकार/षासन के प्रति आक्रोष बढ़ती जा रही है एवं कर्मचारी संवर्ग एवं सरकार के प्रति अविष्वसनीयता का वातावरण बनता जा रहा है जो कि सीधे टकराव की स्थिति उत्पन्न करता है।
आज की महारैली में इ.एस.के. पाण्डेय महासचिव महासंघ, इं.हरि किषोर तिवारी, अध्यक्ष, लो.नि.वि., इं.दिवाकर राय कार्यवाहक अध्यक्ष ला.नि.वि., इं.ओ.पी. सिंह, अध्यक्ष, सिंचाई सिविल, इ.ओ.पी.राय महासचिव सिंचाई सिविल, इ.सुधीर पंवार उमहासचिव पष्चिम, इं. सुभाष चन्द्र श्रीवास्तव अध्यक्ष लघु सिंचाई, इं.श्याम राज सिंह अध्यक्ष कृषि विभाग, इं.एस.पी. गुप्ता अध्यक्ष सेतु निगम, इं.आर.कं सचान अध्यक्ष, इ.धर्मेन्द्र प्रकाष, महासचिव ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, इं.एस.एम. सिंह अध्यक्ष, महासचिव सचिव जय प्रकाष राज्य विद्युत परिषद, इं.श्रीप्रकाष गुप्त अध्यक्ष सेतु निगम, इ.मिर्जा फिरोज शाह अध्यक्ष, इं.एस.डी. द्विवेदी महामंत्री राजकीय निर्माण निगम लिं, इं आरं.पी. गुप्ता महामंत्री जल निगम, इं.नील कमल सिंह अध्यक्ष समाज कल्याण, इं.राजीव श्रीवास्तव महासचिव आवास विकास, इं.हामिद शेख मण्डल अध्यक्ष, इं.श्रीलाल मण्डल सचिव लखनऊ, इं.पंकज सिंह चैहान, इं.एच.एन. मिश्र, तथा विभिन्न मण्डलों एवं जनपदों से पधारे अध्यक्ष/सचिव व अन्य घटक संघों के पदाधिकारियों ने भाग लिया। साथ ही महारैली के अन्त में यह भी निर्णय लिया गया यदि प्रदेष सरकार/उत्तर प्रदेष शासन डिप्लोमा इंजीनियर्स की जायज मांगों को समय रहते निराकरण नहीं कराती हैं तो जल्द ही डिप्लोमा इंजीनियर्स सीधे जेल भरों आन्दोलन प्रारम्भ कर देंगे।