रेजिडेंसी में उतरी इन्द्रसभा, मंत्रमुग्ध हुए मुख्यमंत्री
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज यहां आयोजित वाजिद अली शाह महोत्सव में शिरकत की। उन्होंने इस अवसर पर मंचित नाटक ‘इन्द्रसभा’ को देखा। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। महोत्सव का आयोजन रूमी फाउण्डेशन द्वारा प्रदेश के पर्यटन विभाग के सहयोग से रेजीडेन्सी परिसर में किया गया।
नाटक की तारीफ करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘इन्द्रसभा’ अपने समय का बहुत ही लोकप्रिय नाटक है। श्री मुजफर अली ने इसका बहुत अच्छा निर्देशन किया है। समारोह के आयोजन के लिए आयोजकों को धन्यवाद एवं शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने भरोसा जताया कि इस तरह के समारोहों से प्रदेश में पर्यटन के विकास की सम्भावनाएं बढ़ेंगी। उन्होंने कहा कि सरकार इस तरह के सामाजिक एवं सांस्कृतिक आयोजनों के लिए हर सम्भव सहयोग करेगी। कार्यक्रम के पश्चात् मुख्यमंत्री ने नाटक के कलाकारों से परिचय भी प्राप्त किया।
ज्ञातव्य है कि इन्द्रसभा एक ओपेरा है, जिसे अवध दरबार से सम्बन्ध रखने वाले लेखक व कवि आगा हसन अमानत ने लिखा था। मंच पर इसे सबसे पहले सन् 1853 में प्रस्तुत किया गया। 1855 में कैसरबाग पैलेस के प्रांगण में नवाब वाजिद अली शाह के सम्मुख भी इसे प्रस्तुत किया गया था। यह ओपेरा काव्य-रूप में महराज इन्द्र के राजदरबार को पृष्ठभूमि बनाकर लिखा गया है। इसमें गीत-संगीत का प्रचुरता से इस्तेमाल किया गया है।
इस अवसर पर पर्यटन मंत्री श्री ओम प्रकाश सिंह, राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क पंजीयन मंत्री श्री राजा महेन्द्र अरिदमन सिंह, वन राज्य मंत्री श्री फरीद महफूज किदवई सहित जनप्रतिनिधिगण, प्रमुख सचिव सूचना श्री नवनीत सहगल, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।