काहिरा : आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें कथित तौर पर यह दिखाया गया है कि इसके आतंकियों ने मिस्र के कम से कम 21 ईसाई बंधकों का सिर कलम कर दिया है। ऑनलाइन जारी वीडियो में दिखाया गया है कि बंधक नारंगी रंग का सूट पहने हुए हैं और काले रंग की लिबास पहने अपहर्ता इनका सिर कलम कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार, रविवार को पांच मिनट का यह वीडियो जारी किया गया, जिसमें आईएस का एक नकाबपोश उग्रवादी 21 कॉप्टिक ईसाइयों का सिर कलम करते हुए कथित तौर नजर आ रहा है। गौर हो कि एक महीना पहले इन ईसाई समुदाय के लोगों को अगवा कर लिया गया था।

इस विभत्स वीडियो में लीबिया के त्रिपोली समुद्री तट के पास काले रंग का लिबास पहने नकाबपोश व्यक्ति नारंगी रंग के जंपसूट में कुछ लोगों के समूह (21 मिस्रवासियों) के आगे चलता दिख रहा है जिनके हाथ पीछे से बंधे हुए थे। वीडियो में नकाबपोश उग्रवादी न केवल काले रंग का लिबास पहने दिख रहा है बल्कि उसे धाराप्रवाह विदेशी उच्चारण के साथ अंग्रेजी बोलते हुए देखा जा सकता है।

वीडियो में वह कह रहा है, ओह…आप सभी ने हाल में हमें अल-शाम (लेवांत) की पहाड़ियों और देबाक के मैदानों में देखा है। वीडियो में आगे आईएस उग्रवादियों को बंधकों का सिर कलम करते हुए दिखाया गया है जिनमें से एक वीडियो के अंत में यह कहता है: जिस समुद्र में तुमने शेख ओसामा बिन लादेन को दफना दिया था, अल्लाह कसम, हम उसी समुद्र को तुम्हारे खून से लाल कर देंगे। मिस्र की सरकार ने इससे पहले अपने नागरिकों को लीबिया की यात्रा नहीं करने सलाह दी थी। हजारों मिस्रवासी नौकरी की तलाश में लीबिया जाते हैं।

उधर, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल-फतह अल-सीसी ने कहा है कि लीबिया में इस्लामिक स्टेट के उग्रवादियों द्वारा मिस्र के ईसाई समुदाय के 21 नागरिकों के कत्लेआम के खिलाफ उनके देश को ‘जवाब देने का अधिकार’ है। ईसाई समुदाय के नागरिकों के सिर कलम किए जाने की घटना को ‘क्रूर’ बताते हुए मिस्र के राष्ट्रपति ने कहा कि दुनिया भर में आतंकवाद के नए सिलसिले का प्रसार हो रहा है और उन्होंने सभी नागरिकों से इसके खिलाफ मिलकर लड़ने की मांग की। अपने भाषण के दौरान अल-सीसी ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की और अपनी सरकार से मिस्रवासियों के लीबिया जाने पर कड़ाई से प्रतिबंध लगाने तथा वहां रह रहे अन्य मिस्रवासियों को वापस बुलाने के इंतजाम करने को कहा।