अति प्रयोग बना पाकिस्तान की हार का कारण: मियांदाद
एडिलेड: पाकिस्तान क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाड़ी जावेद मियांदाद ने रविवार को आईसीसी विश्व कप-2015 के पहले ही मैच में पाकिस्तान को भारत के हाथों मिली हार का ठीकरा सही अंतिम एकादश न चुनने को बताया। मिंयादाद ने टीम चयन को न सिर्फ अति प्रयोगात्मक और दिमाग को झन्ना देने वाला बताया, बल्कि टीम के हर विभाग की जमकर आलोचना की।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित अपने विशेष स्तंभ में मियांदाद ने कहा कि बड़ी स्पर्धाओं में सर्वश्रेष्ठ टीम चुनी जाती है और कोई प्रयोग नहीं किया जाता लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि पाकिस्तान कभी इसे नहीं समझ सका। भारत के खिलाफ पाकिस्तान की हार और कुछ नहीं बल्कि टीम के साथ अति प्रयोग का नतीजा ही है, जिसने अपने लाखों प्रशंसकों को नाखुश कर दिया। उन्होंने अनुभवी बल्लेबाज यूनिस खान को सलामी जोड़ी के रूप में उतारे जाने की भी आलोचना की।
मियांदाद ने कहा कि यूनिस को सलामी बल्लेबाज के तौर पर उतारने के पीछे कौन सा महान तर्क था? विशेषज्ञ विकेटकीपर सरफराज अहमद को क्यों टीम में शामिल नहीं किया गया, जबकि वह मध्यक्रम में आक्रामक बल्लेबाजी भी कर लेते हैं? मोहम्मद हफीज की जगह आखिरी समय में आस्ट्रेलिया भेजे गए नासिर जमशेद को पहले ही मैच में शामिल करने के पीछे क्या तर्क है?
भारत की जीत के नायक रहे शतकवीर विराट कोहली का विकेट के पीछे कौच छोड़ने वाले पाकिस्तान के विकेटकीपर उमर अकमल को भी मियांदाद ने नहीं बख्शा। उन्होंने कहा कि हम दर्जनों बार देख चुके हैं उमर अकमल बड़े मैचों में अहम कैच छोड़ देते हैं। जब उसने कोहली का कैच छोड़ा तो मुझे जरा भी आश्चर्य नहीं हुआ। अपनी तेजी और कद के लिए चर्चा में रहे मोहम्मद इरफान भी बड़े मैच के दबाव में आ गए और अंपायर ने उन्हें दो बार पिच के अहम हिस्से में जाने के लिए चेतावनी दी, जिसके कारण उन्हें शेष ओवर राउंड द विकेट गेंदबाजी करनी पड़ी।
मियांदाद ने भारतीय टीम की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर मैं कहना चाहूंगा कि भारतीय टीम अच्छी तैयारी के साथ उतरी थी। और ऐसा लग रहा था जैसे मिस्बाह के पास उनके लिए कोई रणनीति ही नहीं थी।