रंगारंग समारोह में क्रिकेट विश्व कप 2015 का उद्घाटन
क्राइस्टचर्च: महान क्रिकेटरों के साथ बच्चों की मौजूदगी और मंच पर ‘माओरी वारियर्स’ और ‘मोरिस डांसर्स’ की प्रस्तुति के बीच गुरुवार को रंगारंग समारोह में क्रिकेट विश्व कप 2015 का उद्घाटन हुआ।
हेग्ले पार्क में हजारों दर्शकों की मौजूदगी में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में 23 साल में पहली बार विश्व कप के उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया, जिसके औपचारिक हिस्से की शुरुआत एकमात्र ‘बैगपाइपर’ के साथ हुई, जबकि इसका अंत आतिशबाजी के साथ हुआ।
फरवरी, 2011 में भूकंप में शहर को पहुंचे नुकसान के बाद यहां यह सबसे बड़ी प्रतियोगिता है। तब आए भूकंप में 185 लोगों की जान चली गई थी। इस त्रासदी के कुछ निशान अब भी मौजूद हैं, जो उन खाली जगहों पर नजर आते हैं, जहां कभी इमारतें हुआ करती थीं, लेकिन इसके बावजूद समारोह में क्राइस्टचर्च के लोगों ने जबर्दस्त जज्बा दिखाया।
मेयर लीने डेलजिएल ने कहा कि जब भूकंप आया था, तब क्राइस्टचर्च 2011 रग्बी विश्व कप की मेजबानी की तैयारी कर रहा था और इससे होटलों तथा आयोजन स्थलों को नुकसान पहुंचा, जिसके बाद मैचों को अन्य केंद्रों पर स्थानांतरित करने के लिए बाध्य होना पड़ा। मेयर लीने ने लोगों से कहा, “हम वापस आ गए हैं…”
इस मौके पर न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री जान की ने कहा कि भूकंप ने क्राइस्टचर्च से रग्बी विश्व कप की मेजबानी का मौका छीन लिया था और क्रिकेट विश्व कप के उद्घाटन समारोह की मेजबानी के लिए इसका चुना जाना सही है। उन्होंने कहा कि उद्घाटन समारोह दुनिया को यह कहने का तरीका है कि क्राइस्टचर्च वापस आ गया है।
इस दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेविड रिचर्डसन ने क्रिकेट विश्व कप ट्रॉफी का अनावरण किया। न्यूजीलैंड और श्रीलंका के बीच शनिवार को विश्व कप के पहले मैच की मेजबानी करने वाले हेग्ले ओवल ने 1867 में प्रथम श्रेणी मैच की मेजबानी की थी, लेकिन लेंकास्टर पार्क के भूकंप से ध्वस्त होने के बाद यह शहर का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्थल बन गया है और इसमें काफी सुधार किया गया है।
आज के समारोह के साथ क्रिकेट के प्यार और प्रतिस्पर्धी देशों की संस्कृति के जश्न के अलावा क्राइस्टचर्च के जज्बे का जश्न भी शुरू होगा, जो मुश्किल हालात से उबरकर क्रिकेट के इस महाकुंभ के उद्घाटन समारोह और उद्घाटन मैच के लिए तैयार हुआ।
समारोह के दौरान जाने-माने खिलाड़ियों के साथ 80 बच्चे मौजूद थे और चार बड़े अंडाकार हिस्सों पर क्रिकेट खेला गया, जिन्हें 14 मैदानों में बांटा गया था, जो टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे 14 देशों का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। इन सभी चार हिस्सों के सामने मंच बना था, जिस पर श्रीलंका और भारत के सांस्कृतिक कलाकारों के अलावा वेस्ट इंडीज के स्टील बैंड्स, स्कॉटलैंड और आयरलैंड के नर्तकों तथा स्वदेशी माओरी हाका समूहों ने प्रस्तुति दी। कुल मिलाकर 1,000 से अधिक प्रतिभागियों ने दर्शकों का मनोरंजन किया। साथ ही न्यूजीलैंड में मौजूद टीमों के कप्तानों को दर्शकों के सामने पेश किया गया।