लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा चीनी आयात को लेकर केन्द्र सरकार पर लगाए गए आरोप को झूठा, किसानों को भ्रमित करने वाला तथा किसान विरोधी बताया है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने आज कहा कि केन्द्र सरकार ने चीनी आयात शुल्क 15 प्रतिशत आयात शुक्ल बढ़ाकर 25 प्रतिशत कर चीनी आयात को हतोत्साहित करने का कार्य किया है जो गन्ना किसानों के हित में उठाया गया एक ठोस कदम है। डा0 बाजपेयी ने कहा कि चीनी पर आयात शुक्ल बढ़ाने का केन्द्र सरकार का कदम देश के गन्ना उत्पादकों के हित में उठाया गया ठोस कदम है। ताकि चीनी का आयात बंद हो सके और गन्ना किसानों को उनके उत्पाद की उचित कीमत मिल सके। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि इतना ही नहीं केन्द्र सरकार ने गन्ना किसानो के भुगतान को सुनिश्चित करने के लिए 4,400 करोड़ को बिना ब्याज ऋण भी चीनी मिलो का उपलब्ध कराया। जो केन्द्र सरकार की किसानों के हित के प्रति प्रतिबद्धता का पुख्ता प्रमाण है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि केन्द्र सरकार के इस कदम का सकारात्मक प्रभाव पड़ा और चीनी आयात केन्द्र में मोदी सरकार बनने के बाद ठप हुआ।

डा0 बाजपेयी ने कहा प्रदेश के मुखिया को किसानों को भ्रमित करने वाला बयान देने के बजाय गन्ना किसानों का बकाया भुगतान कराये जाने की दिशा में ठोस कदम उठाना चाहिए। उन्होनंे पिछले दिनों प्रकाशित रिपोर्ट की चर्चा करते हुए कहा कि 12 मिलों पर किसानो का 724 करोड़ रूपये बकाया था जिसका भुगतान माननीय उच्चन्यायालय के आदेश के बावजूद नहीं हो सका। जो प्रदेश सरकार के लिए शर्म  की बात है।

डा0 बाजपेयी ने कहा कि कल मुख्यमंत्री को गन्ना किसानों के सन्दर्भ में दिया गया बयान वास्तविकता से परे व अपनी सरकार की नकामी छिपाने वाला बयान है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के र्निणय किसानो के हित में तथा किसानों को खुशहाल करने वाले है।