जनता की समस्याओ पर तत्परता से हो कार्यवाही: डीजीपी
लखनऊ: प्रदेश के पुलिस महानिदेशकअरविन्द कुमार जैन ने पुलिस अधिकारियों को जनता की समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुनकर तत्परतापूर्वक कार्यवाही करने के सख्त निर्देश जारी किये हैं।
प्रदेश के सभी पोलिस अधिकारीयों को भेजे गये निर्देश में कहा गया है कि पुलिस के कंधों पर अपराध नियंत्रण, अन्वेषण तथा समाज में कानून व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था स्थापित रखने का दायित्व रहता है। प्रदेश में साम्प्रदायिक सौहार्द तथा विभिन्न समुदाय के मध्य में समरसता बनाये रखना पुलिस की अहम जिम्मेदारी होती है। इन उद््देश्यों की प्राप्ति के लिए फील्ड में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा अपने कार्यों का निर्वाह पूर्ण निष्ठा एवं मनोयोग के साथ किया जाये।
उन्होंने कहा कि पुलिस की कार्यप्रणाली की जनता, मीडिया एवं अन्य सामाजिक संस्थाओं द्वारा लगातार समीक्षा की जाती है तथा छोटी से छोटी त्रुटियों पर भी प्रतिक्रिया व्यक्त की जाती है। इस उद््देश्य की प्राप्ति के लिए, जनता में पुलिस की विश्वसनीयता, उपलब्धता, गतिशीलता एवं जनता की समस्याओं के प्रति संवेदनशीलता का होना परम आवश्यक है।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि थाना प्रभारी से लेकर पुलिस महानिरीक्षक स्तर तक के अधिकारी को प्रत्येक कार्यदिवस में अपने कार्यालय में प्रातः 10.00 बजे से 12.00 बजे तक तथा उसके उपरान्त भी जनता के लिए उनकी समस्याओं को सुनने के आशय से सदैव उपस्थित रहना होगा एवं जनता की समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुनकर पूरी तत्परता से कार्यवाही कराने की आवश्यकता है। सी0यू0जी0 मोबाइल फोन पर हमेशा उपलब्धता होनी चाहिए तथा जनता द्वारा दी जा रही सूचनाओं पर पूरी तत्परता के साथ कार्यवाही की जानी चाहिए। एक सफल पुलिस अधिकारी के लिए यह परम आवश्यक है कि जनता के मध्य पुलिस की विश्वसनीयता प्रमाणित होनी चाहिए।
उन्हांेने जोर देकर कहा कि अपराधों का पंजीकरण सही धाराओं में किया जाए तथा किसी भी दशा में अपराध का अल्पीकरण एवं पंजीकरण न करना क्षम्य नहीं होगा। पुलिस अधिकारियों द्वारा कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाली घटना तथा अपराधिक घटनाओं को संवेदनशीलता से लेते हुये त्वरित कार्यवाही की जाय। कानून व्यवस्था की स्थिति को प्रभावित करने वाली घटनाओं पर भी सभी वरिष्ठ अधिकारीे बिना समय नष्ट किये तत्काल मौके पर पहुंचकर विधिक कार्यवाही करें ताकि घटना विकराल रूप धारण न कर सके एवं स्थिति को नियंत्रित किया जाये।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि पुलिस की गतिशीलता अपराधों के नियंत्रण में परम सहायक होती है। कन्ट्रोल रूम पर प्राप्त होने वाली सूचनाओं पर अतिशीघ्र कार्यवाही प्रारम्भ होनी चाहिए। विशेष रूप से किसी गंभीर वारदात को कारित कर भाग रहे अपराधियों की घेराबन्दी की कार्यवाही की सूचनायें वायरलेस सेट के माध्यम से त्वरित प्रसारित की जाए तथा जनपदों के अतिरिक्त परिक्षेत्र एवं जोन स्तर पर इन सूचनाओं का त्वरित प्रेषण अपराधियों की घेराबन्दी में सहायक सिद्व होता है। छोटे से छोटे अपराध की सूचना पर त्वरित कार्यवाही कर देेने से यह घटनायें विकराल रूप धारण नही कर पाती हैं तथा कानून व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में रहती है।