साथी की मौत पर लखनऊ में वकीलों का उत्पात
लखनऊ: वकील निखलेंद्र की हत्या के विरोध लखनऊ भर के वकील गुरुवार को सड़कों पर उतर पड़े। उनका यह विरोध जल्द ही हिंसक और अराजक हो गया। शहर का हर बड़ा चौहारा इस विरोध प्रदर्शन की वजह से प्रभावित दिखा। हजरतगंज सहित शहर के लगभग हर चौराहे को वकीलों ने जाम करने का प्रयास किया। इस दौरान उन्होंने राहगीरों और दुकानदारों से अभद्रता भी की। भीड़ की वजह से स्कूली बच्चों को भी समस्या का सामना करना पड़ा। इस दौरान शहर की सड़कों पर लगभग बंद जैसे हालत थे। राहगीरों को पुलिस की निगरानी में सुरक्षित निकालने का प्रयास किया गया। बूढ़े और महिलाएं भी इस उत्पात का शिकार बनीं। वकीलों का यह उत्पात कितना जबरदस्त था इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिलाधिकारी राजशेखर और एसएसपी यशस्वी यादव को खुद दखल देनी पड़ी। जिलाधिकारी हजरतगंज के चौराहे पर पहुंचकर कानून व्यवस्था का जायजा लेते रहे। उत्पात बढ़ता देख पुलिस प्रशासन को अतिरिक्त पुलिस फोर्स बुलानी पड़ी। पुलिस फोर्स आने के बाद इस उत्पात में कमी आई। इस उपद्रव और उत्पात के बीच वकील निखलेंद्र के पिता रामकुमार गुप्ता भी मौजूद रहे। वह अपनी व्यथा संबंधित अधिकारियों को बताने के लिए आतुर दिखे। बाद में उन्हें प्रशासन की तरफ से फौरी तौर पर सहायता के लिए 2 लाख का चेक मिला।
कल पीजीआइ थाना क्षेत्र के वृंदावन के सेक्टर पांच में वकील पर पीछे से बमों से हमला पीछे से किया गया था। जिसमें उनकी पीठ व अन्य हिस्से के चीथड़े उड़ गए। लहूलुहान वकील को ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। सरेशाम हुई इस वारदात से आक्रोशित वकीलों ने कल ही ट्रॉमा सेंटर के सामने प्रदर्शन कर हत्यारों को तत्काल गिरफ्तारी की मांग शुरू कर दी थी। वृंदावन सेक्टर पांच के अम्माजी कालोनी निवासी निखिलेंद्र उर्फ निखिल शाम करीब साढ़े छह बजे घर के पास पहुंचे थे कि इसी बीच बदमाशों ने उन पर बम फेंक दिया। हमलावर बाइक से थे या पैदल, इसे लेकर अभी संशय की स्थिति है। वकील की पड़ोसी प्रापर्टी डीलर से रंजिश की बात सामने आ रही है।