दादा मियां के कुल शरीफ में अकीतदमंदो का हुजूम
राज्यपाल, शिवपाल,अहमद हसन ने चढ़ायी चादर, देश में सुख शान्ति की मांगी दुआ
लखनऊ: हजरत ख्वाजा मोहम्मद नबी रज़ा शाह अलमारूफ दादा मियाँ के 107 वें उर्स के चौथे दिन प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, प्रदेश के लोक निर्माण व सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव और स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन ने हाजिरी दी और मजार शरीफ पर चादर चढ़ाई।
राज्यपाल ने चादरपोशी के बाद श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि दादा मियाँ की मेहरबानी से दरगाह पर हाजरी देकर उन्हें ऐसा लगा कि जैसे वे मुंबई के हाजी अली दरगाह में हों। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को देखकर कोई यह फर्क नहीं कर सकता कि कौन हिन्दू समुदाय का है और कौन मुस्लिम समुदाय से है। देश की आजादी के लिये अंग्रेजों के विरोध में दोनों समुदाय के लोगों ने मिलकर आजादी की लड़ाई लड़ी थी। देश के शहीदों का स्मरण करके स्वराज को सुराज में बदलें। उन्होंने कहा कि ऐसे मौकों पर हमें उसी भाव से देश एवं प्रदेश के विकास के लिए संकल्प करना होगा।
श्री नाईक ने कहा कि उनकी भाषा मराठी है और वे धीरे-धीरे उत्तर प्रदेश की हिन्दी भी सीख रहे हैं। अगली बाद जब वे दरगाह में चादरपोशी के लिए आयेंगे तो थोड़ी-थोड़ी उर्दू भी सीख जायेंगे। हमारे देश में अलग-अलग भाषाएं हैं तथा अलग-अलग वेश-भूषा है मगर हम सब भारतीय हैं। हमें यह प्रयास करना चाहिए कि देश में अमन-शांति हो, सभी समुदायों के बीच संवाद बना रहे और नफरत के लिये कोई जगह न हो। सब लोग प्यार से रहते हैं तो खुशी होती है। उन्होंने कहा कि जब देश में अमन चैन व सौहार्द होगा तभी देश तरक्की करेगा।
राज्यपाल ने आम लोगों से मिलकर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन के माध्यम से एक-दूसरे को करीब से जानने का मौका मिलता है। इससे पहले जब वे गणपति उत्सव में गये थे तब भी सबके साथ मिलने का अवसर मिला था। उन्होंने कहा कि उनके छ: महीने के कार्यकाल में यह दूसरा मौका है जब उन्हें ऐसे सार्वजनिक स्थल पर सबके साथ बिना किसी फर्क के मिलने का अवसर मिला है। राज्यपाल ने इस अवसर पर सभी को नव वर्ष की बधाई देते हुए उनके सुख-समृद्धि की कामना भी की।
इससे पहले दरगाह शरीफ दारूल ऊलूम शाहे रज़ा के तलवा (विद्यार्थीयों) ने दादा मियाँ की दरगाह पर र्कुआन ख्वानी कराई जिसमें हाफिज नौशाद साहब ,कारी महमूद साहब ,हाफिज अब्दुल हन्नान फसाहती, कारी अहमद फसाहती, कारी मोहम्मद जरीफ आदि लोग मौजूद थे। आज दिन में 10:30 बजे इस साल के उर्स का पहला कुल शरीफ जिसमें मुल्क भर से आये हुये अकीदत मन्दान खल्फा व जायेरीन की एक भारी भीड़ मौजूद थी। कुल शरीफ में शहर की नामी गिरामी हस्तियों के अलावा लोक निर्माण मंत्री जनाब शिवपाल सिंह यादव ,स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन साहब ,मंत्री रियाज अहमद साहब ने शिरकत की।
आज उर्स के चौथे दिन चादर पोशी का सिलसिला जारी रहा जिसमें खुल्फा हजरात ने अपने मुरीदों के साथ कव्वाली कराते हुये दादा मियाँ की बारगाह में चादर पेश करके अपनी खिराजे अकीदत पेश कीं मेला परिसर में भी खुल्फा हजरात ने अपने अपने ख्ेामों में कव्वाली कराकर दादा मियाँ को नजराना ए अकीदत पेश किया।
आज रात रात नौ बजे हल्काए जिक्र्र की महफिल व फातिहा ख्वानी हुई ,उसके बाद महफिले समा का आयोजन हुआ जो पूरी रात चलता रहा , महफिले समा में कव्वाल अली बारिस सलीम शमीम मुरादाबादी, अरशद काकोरवी, गुफरान खैराबादी,दानिश मोनिश आदि कव्वाल हजरात नें दादा मियाँ की शान में अपने अपने कलाम पेश किये जिसे सुनकर दादा मियाँ के चाहने वाले झूम उठे।
कल होने वाले प्रोग्राम इस तरह से है-
ं सुबह बाद नमाज़े फज्र र्कुआन ख्वानी।
दिन में 10:30 बजे कुल शरीफ रंगे महफिल तकसीमें लंगर।
बाद नमाजे असर गुस्ल व सन्दल शरीफ रात्रि 9:00 बजे कौमी यकजहती व कवि सम्मेलन का आयोजन होगा।