गंगा में लाशों का मिलना जारी
केंद्र ने यूपी सरकार से मांगी रिपोर्ट
उन्नाव। जिले में गंगा घाट के पास आज 50 और शवों की बरामदगी के बाद इन्हें लेकर रहस्य गहराता जा रहा है। पिछले कुछ दिन में गंगा नदी से 100 से अधिक शव बरामद किये जा चुके हैं और इस बाबत केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार से जानकारी मांगी है। कल गंगा घाट से करीब 30 शव बरामद किये गये और आज उन्नाव जिले के सफीपुर में गंगा नदी में 50 और शव पाये गये।
जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने बताया कि सफीपुर में गंगा नदी पर बने परियर घाट के पास से अब तक लगभग 80 शव बाहर निकाले जा चुके हैं। शव काफी सड़-गल चुके हैं और डाक्टरों का कहना है कि उनका पोस्टमार्टम सम्भव नहीं है। उन्होंने कहा कि शवों की सही संख्या अभी नहीं बताई जा सकती क्योंकि अब भी शव निकाले जा रहे हैं।
अनाधिकारिक रूप से शवों की संख्या 100 से ज्यादा बताई जाती है। पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) ए. सतीश गणेश ने इस बारे में लखनऊ में बताया था कि प्रारम्भिक जांच के दौरान स्थानीय लोगों से पूछताछ में पता चला है कि इलाके में अविवाहित लड़कियों और बच्चों के शवों के अंतिम संस्कार के तौर पर उन्हें जलाने के बजाय गंगा में प्रवाहित कर दिया जाता है। गणेश ने कहा कि परियर घाट के पास अब गंगा में पानी कम होने की वजह से शव उतराये हैं। उनमें से अनेक शव काफी सड़ी-गली हालत में हैं लिहाजा यह तय करना मुश्किल हो रहा है कि वे सभी लड़कियों के शव हैं या नहीं।