बढ़ेगी राष्ट्रीयकृत मार्गों की संख्या: दुर्गा प्रसाद यादव
परिवहन मंत्री ने शुरू की लखनऊ-मेरठ ‘स्लीपर बस सेवा’
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव ने आज यहां परिवहन निगम मुख्यालय में जनता को अच्छी परिवहन सेवा उपलब्ध कराने की दिशा में हरी झण्डी दिखाकर लखनऊ-मेरठ ‘स्लीपर बस सेवा’ का शुभारम्भ किया। इस श्रेणी में 24 बसों का संचालन किया जायेगा। परिवहन मंत्री ने आज ही निगम की पत्रिका ‘यात्रा दर्पण’ तथा चालकों एवं परिचालकों के लिए डायरी तथा निगम के वार्षिक कैलेण्डर का भी विमोचन किया। स्लीपर बस में यात्रियों के बैठने के लिए 25 सीटें तथा सोने के लिए 12 स्लीपर बर्थ उपलब्ध होंगी।
इस अवसर पर आयोजित समारोह में परिवहन मंत्री ने निगम कर्मियों का आह्वान किया कि वे सभी मिल-जुलकर निगम को नयी ऊँचाइयों पर ले जायें तथा जनता में परिवहन निगम की छवि को और बेहतर बनायें। उन्होंने कहा कि सीधे जनता से जुड़ा विभाग होने के कारण निगम कार्मिकों का दायित्व और बढ़ जाता है कि वे जनता को अच्छी से अच्छी समयबद्ध परिवहन सेवा उपलब्ध कराने के साथ-साथ अपने कार्य एवं आचरण से उनका विश्वास भी जीतें। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त कि पिछले 9 माहों में निगम की आय बढ़ी है तथा यह घाटे से उबरकर 23.14 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित करने में सफल रहा। उन्होंने कहा कि निगम कर्मी इस बात का संकल्प लें कि वे इसी तरह मिलजुल कर कार्य करते रहेंगे तथा निगम की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने में अपनी महती भूमिका अदा करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा विशेषकर महिला सुरक्षा के मद्देनजर निगम की बसों में एक ‘‘पैनिक बटन’’ लगाया जायेगा ताकि आकस्मिक अवस्था में उसका प्रयोग कर यात्रियों को सजग किया जा सके।
बस बेड़े में बसों की संख्या बढ़ाये जाने के संबंध में परिवहन मंत्री ने कहा कि इस वर्ष 1500 नयी बसें खरीदने का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें अब तक 266 नई बसें शामिल की जा चुकी हैं तथा शेष बसों को भी यथाशीघ्र शामिल किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि अधिक से अधिक अच्छी नई बसें खरीद कर बस बेड़े में वृद्धि कर जनता को अधिक से अधिक अच्छी परिवहन सेवा उपलब्ध कराया जाय। इसके लिए सरकार 215 करोड़ रुपये देगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीयकृत मार्गों की संख्या भी बढ़ायी जायेगी ताकि निगम अपनी बसें इन मार्गों पर चलाकर जनता को परिवहन सुविधा उपलब्ध करा सके।
इससे पहले प्रबन्ध निदेशक मुकेश कुमार मेश्राम ने कहा कि निगम जनता की मांग आधारित बस सेवा उपलब्ध कराने के लिए कृत संकल्प है। उन्होंने कहा कि अन्य प्रदेशों की तुलना में उत्तर प्रदेश में सस्ती बस सेवा जनता को उपलब्ध करायी जा रही है। आधुनिक तकनीक अपनाकर जनता को अच्छी बस सेवा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। इसका परिणाम यह है कि पिछले वर्ष की तुलना में निगम की बस दुर्घटना में 24 प्रतिशत की कमी आयी है। बसों में व्हेकिल ट्रैकिंग सिस्टम (टज्ै) अपनाने से चालू वर्ष में पिछले वर्ष की तुलना में मृतकों की संख्या में 106 तथा घायलों की संख्या में 110 की कमी आयी है, क्योंकि ओवर स्पीडिंग होने पर यह चालक को सतर्क कर देता है। उन्हांेने कहा कि एक वर्ष के अन्दर सभी चालकों एवं परिचालकों को वर्दी उपलब्ध करा दी जायेगी।
इस अवसर पर परिवहन राज्यमंत्री मानपाल सिंह, प्रमुख सचिव परिवहन कुमार अरविन्द सिंह देव, परिवहन आयुक्त के0रविन्द्र नायक ने भी अपने विचार व्यक्त किये।