पुलिस महानिदेशक ने महिला सशक्तीकरण पर सुरक्षा व्यवस्था के दिए निर्देश
लखनऊ: अरूण कुमार गुप्ता, पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा समस्त महाविद्यालय, इण्टर कालेज, तकनीकी संस्थान, उ0प्र0 के प्रधानाचार्यों, शिक्षकगणों एवं अध्ययनरत छात्र/छात्राओं को नववर्ष की बधाई देते हुए महिला सशक्तीकरण हेतु उ0प्र0 पुलिस द्वारा वूमन पावर लाइन 1090 के आयामों को बृहद रूप दिये जाने की जानकारी दी गयी।
पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा प्रदेश के समस्त प्राचार्य, प्रधानाचार्य महाविद्यालय, इण्टर कालेज एवं तकनीकी संस्थान को नववर्ष के अवसर पर भेजे गये शुभ कामना संदेश में कहा गया है कि महिलाओं के सशक्तीकरण हेतु उ0प्र0 पुलिस द्वारा वूमेन पाॅवर लाइन 1090 के माध्यम से दी जा रही सहायता अनूठी पहल हैं, जो चैबीस घंटे कार्यरत रहते हुए प्रदेश की महिलाओं को किसी भी प्रकार के उत्पीड़न के संबंध में तुरन्त सहायता/सुरक्षा उपलब्ध कराती है । वूमेन पाॅवर लाइन 1090 के उद्देश्यों का अपेक्षित प्रचार प्रसार करने में शैक्षिक संस्थानों द्वारा भी अग्रणी भूमिका निभायी गयी है । मा0 मुख्यमंत्री जी, उ0प्र0 की अपेक्षाओं के अनुरूप दिन प्रतिदिन महिलाओं की समस्याओं को जड से मिटाने हेतु तथा उनके सशक्तीकरण हेतु वूमेन पाॅवर लाइन 1090 के आयामों को बृहद रूप दिया जा रहा है ।
उन्होंने एक नव प्रयोग के संदर्भ में कहा कि विभिन्न संस्थानों में अध्ययनरत छात्राओं को विशेष पुलिस अधिकारी का दर्जा देते हुए च्वूमत ।दहमस अर्थात् शक्ति परी के रूप में चयनित किया जायेगा जो संस्थान के परिसर में महिलाओं के साथ घटित/ सम्भावित अपराधों पर नजर रखते हुए वूमन पावर लाइन 1090 से सम्पर्क कर त्वरित सहायता उपलब्ध कराने में सहायक होगी।
पुलिस महानिदेशक ने वूमेन पाॅवर लाइन 1090 द्वारा शुरू की गयी दूसरी एक नायाब पहल के बारे में बताया कि 1090 की सेवाओं को अधिक प्रभावी बनाने के लिये एक ॅवउमद ैमबनतपजल ।चच 1090 सेवा भी प्रारम्भ कर दी गयी है, जिसे एण्ड्राइड फोन में गुगल प्ले स्टोर पर जाकर ैींाजप 1090 के नाम से निःशुल्क डाउनलोड किया जा सकता है । यह ।चच किसी भी विपरीत परिस्थिति में छात्राओं को तुरन्त पुलिस मदद पाने में अत्यन्त ही कारगर है । जिसके संबंध में भी संस्थान की छात्राओं को जानकारी अवश्य दी जाये।
उन्होंने कहा कि पुलिस के उक्त कार्यों में सहायता हेतु संस्थान के बाहर दोनों छोर पर सी0सी0टी0वी0 कैमरों की व्यवस्था की जाये । छात्राओं की सुरक्षा के दृष्टिगत अवांछनीय तत्वों की गतिविधियों पर सतर्क दृष्टि रखी जा सके तथा उन पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके।