मुलायम की स्वीकारोक्ति
आजमगढ़ में मैं हारते-हारते बचा
सैफई। उत्तर प्रदेश की सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कहा है कि लोकसभा चुनाव के दौरान यदि वह आजमगढ़ के स्थानीय सपा नेताओं के भरोसे रहते तो चुनाव हार जाते। उन्होंने स्वीकार किया कि लोकसभा चुनाव के दौरान हार बहुत करीब से गुजर गई। सपा अध्यक्ष ने कहा है कि मुझे तब बहुत दुख होता है जब कहा जाता है कि चुनाव में केवल मुलायम सिंह का परिवार जीता। पार्टी का कोई और उम्मीदवार नहीं जीता। पूर्वांचल को लेकर मेरे दिल में हमेशा एक खास जगह रही लेकिन आजमगढ़ में मैं चुनाव हारते-हारते बचा।
बकौल मुलायम सिंह है कि वहां पर प्रो रामगोपाल यादव, शिवपाल यादव, धर्मेंद्र यादव और बाहर के हमारे कई जानने वालों ने दिन-रात मेहनत की। तब मैं चुनाव जीत सका। अगर मैं पूर्वांचल, खासकर आजमगढ़ के नेताओं के भरोसे रह गया होता तो चुनाव नहीं जीत पाता। मुलायम सिंह यादव यहां चल रहे 17वें रणवीर सिंह स्मृति सैफई महोत्सव में पंचायतीराज विभाग और सहकारिता विभाग की तरफ से आयोजित पंच एवं सहकारिता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए मुलायम ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी ने देश की जनता से जो भी वादे किए थे, उनमें से आज तक एक भी वादे को अभी तक पूरा नहीं किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छ भारत अभियान की खिल्ली उड़ाते हुए मुलायम ने कहा है कि दिल्ली में इंडिया गेट इलाके में झाड़ू लगाने से कुछ नहीं होगा। मोदी जी को पता नहीं है कि देश में सबसे ज्यादा गंदगी गांवों में है, इसलिए उन्हें गांवों की नालियों को साफ करना चाहिए और घर-घर शौचालय बनवाने की मुहिम चलानी चाहिए।
सपा प्रमुख ने कहा कि मोदी कहते हैं कि गंदगी दूर कीजिए, लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि गंदगी कहां हैं और कैसे होती है। मोदी सफाई के नाम पर नाटक कर रहे हैं। मुलायम ने कहा है कि नरेंद्र मोदी हमेशा झूठ बोलते हैं। लोकसभा चुनाव में मोदी ने झूठे वादे करके देश की जनता का विश्वास जीता। जनता के सामने मोदी की पोल अब खुलने लगी है। सात महीने से ज्यादा समय हो गया, लेकिन आज तक मोदी सरकार ने जनता के हित में कोई ठोस काम नहीं किया है।
बकौल मुलायम सिंह है कि लोकसभा चुनाव में मोदी जी ने सरकार बनने पर 100 दिन में काला धन वापस लाने और पांच करोड़ युवाओं को नौकरियां देने का वादा किया था, लेकिन उनके सभी वादे हवा-हवाई होकर रह गए हैं। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतें अगर ठीक से काम करें, सरकारी धन का सही तरीके से इस्तेमाल हो तो देश की तस्वीर और तकदीर बदल सकती है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि गांवों की तरक्की के बिना देश का विकास नहीं होगा। लोकतंत्र में ग्राम पंचायतों और सहकारिता का बहुत महत्व है। इनकी अनदेखी करके देश को ताकतवर नहीं बनाया जा सकता। गांवों के प्रधान, बीडीसी मेंबर, जिला पंचायत सदस्य, ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष ईमानदारी से काम करने लगें तो हिंदुस्तान की खुशहाली को कोई रोक नहीं सकेगा।
मुलायम ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा और आरएसएस ने झूठा प्रचार किया कि अगर मुलायम सिंह की पार्टी जीती तो देश में मुसलमानों का राज आ जाएगा और अगर मोदी जीते तो हिंदुओं का राज आ जाएगा। लोग भाजपा और आरएसएस के बहकावे में आ गए, अब पछता रहे हैं। उन्होंने कहा है कि हमने और समाजवादी पार्टी ने कई बार बड़े-बड़े झटके झेले हैं, हम इस झटके को भी झेल जाएंगे। आने वाले समय में समाजवादी पार्टी और ताकतवर होकर उभरेगी। मुलायम ने कहा है कि हमारे लोगों को सोचना होगा कि जब अखिलेश यादव की सरकार अच्छा काम कर रही है तो जनता ने हमारी पार्टी को वोट क्यों नहीं दिया। जाहिर है कि जनता में कहीं न कहीं नाराजगी है। हमें जनता की नाराजगी दूर करनी होगी।