चीन, जापान समेत सबसे बड़े क्षेत्रीय फ्री ट्रेड समझौते पर 15 देशों ने हस्ताक्षर किए, भारत शामिल नहीं
चीन, जापान और दक्षिण कोरिया समेत एशिया पैसेफिक देशों ने रविवार को दुनिया के सबसे बड़े क्षेत्रीय फ्री ट्रेड समझौते पर हस्ताक्षर किए. इसमें दुनिया की आबादी और ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट का करीब एक तिहाई शामिल है. 15 देशों से शीर्ष अधिकारी जिसमें ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड शामिल हैं. और दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के 10 सदस्यों ने रीजनल कॉम्प्रिहैन्सिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप (RCEP) पर हस्ताक्षर किए हैं. इस समझौते पर करीब एक दशक बाद हस्ताक्षर किए गए. यह वियतनाम द्वारा वर्चुअल तौर पर आयोजित 37वें आसियान समिट के आखिरी दिन पर हुआ.
वियतनाम के प्रधानमंत्री Nguyen Xuan Phuc ने कहा कि बातचीत का पूरा होना बहुपक्षीय व्यापार व्यवस्था को समर्थन देने में आसियान की भूमिका की पुष्टि करता है. उन्होंने कहा कि समझौता विकसित होती हुईं सप्लाई चैन में योगदान देगा जिनमें महामारी की वजह से रूकावट आई थी और साथ में अर्थव्यवस्था में रिकवरी को भी समर्थन देगा.
सिंगापुर के व्यापार और उद्योग मंत्री Chan Chun Sing ने बताया कि RCEP को लागू में लाने के लिए न्यूनतम छह आसियान देशों के साथ तीन गैर-आसियान सहायकों की जरूरत होती है. उन्होंने कहा कि सिंगापुर की डील को अगले कुछ महीनों में मंजूरी देने की योजना है. व्यापार समझौते के तहत 2.2 अरब लोगों और 26.2 ट्रिलियन डॉलर की संयुक्त जीडीपी कवर होती है. उन्होंने कहा कि यह महामारी से कमजोर हुई अर्थव्यवस्थाओं को टैरिफ घटाकर, सप्लाई चैन मजबूत करके और नए ई-कॉमर्स नियमों को बनाकर बढ़ावा देगा.