ग्वालियर:
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को ग्वालियर में जन आक्रोश रैली को संबोधित करते हुए केंद्र की मोदी सरकार और मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार पर जमकर हमला बोला। प्रियंका ने जन आक्रोश रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मणिपुर में महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा है। दो महीनों से पूरा राज्य जल रहा है। बच्चों के सिर पर छत नहीं है। 77 दिन में पीएम ने एक लफ्ज नहीं कहा। कल मजबूरी में जब एक भयावह वीडियो वायरल हुआ तो बयान दिया और उसमें भी राजनीति घोल दी और उन राज्यों का नाम ले लिया, जिनमें विपक्ष की सरकार है।

उन्होंने कहा कि मैं यहां 10 मिनट पीएम मोदी पर 10 मिनट शिवराज सिंह चौहान और 10 मिनट सिंधिया जी पर बोल सकती हूं, लेकिन मैं आज आपके बारे में बात करने आई हूं। आज मैं महंगाई पर बात करने आई, क्योंकि कांग्रेस को आपकी फ़िक्र है, प्रियंका ने शिवराज सरकार की नीति और नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि पैसों से खरीदी गई सरकार घोटाले ही करेगी।

वहीं विपक्ष की बैठक पर दिए गए पीएम मोदी के बयान की आचोलना करते हुए प्रियंका ने उन्हें घेरा और लोगों से सवाल करते हुए पूछा कि राजनीतिक सभ्यता को बनाए रखने की जिम्मेदारी किसकी होती है प्रधानमंत्री की होती है। दो दिन पहले एक बैठक हुई, इसी दौरान पीएम का बयान आया कि जितनी भी विपक्ष की पार्टियां हैं, सभी को चोर बोल डाला। बड़ी-बड़ी पार्टियों के नेता, जिन्होंने देश सेवा की। उनका अपमान प्रधानमंत्री ने खुद इस तरह किया।

प्रियंका गांधी ने महंगाई के मुद्दे पर सरकार को घेरा और कहा कि इस महंगाई से किस तरह आपकी कमर तोड़ी जा रही है मैं उसकी बात करने आई हूं। कुछ खरीदना है किसी के लिए वो महंगा हो गया है। बच्चों की पढ़ाई महंगी हो गई है। जीवन पर एक बोझ बन गई है महंगाई। किस तरह आप गुजारा कर रहे हैं मैं समझ नहीं पा रही हूं। सबसे ज्यादा महंगाई का बोझ मेरी बहनें उठा रही हैं। गैस सिलेंडर हजार रुपये से कम में नहीं मिल रहा। कोई बीमार पड़ा जाता है तो इस बात की घबराहट होती है कि मैं दवाई कहां से लेकर आउं। इस बीच मुझे उचित नहीं लगता है कि मैं दूसरों की आलोचना करती रहूं। चुनाव में जब कोई नेता किसी गांव में जाता है तो उसे जनता के मुद्दों पर बात करना पड़ेगा। एक ऐसी सरकार क्यों है हमारे देश में जिसने देश की पूरी संपत्ति एक या दो लोगों को बेच दी। जब कंपनियों को अपने मित्रों को बेचा तो इन्हें मालूम होगा कि आप बेरोजगार होंगे। आज परिस्थियां क्या हैं। जो बड़ी कंपनियां हैं, इन्होंने अपने दोस्तों को सौंप दिया।

प्रियंका गांधी ने कहा कि यहां से तमाम वीर जाकर देश की सेवा करते हैं। जब से अग्निवीर योजना आई, तब से लोग ट्रेनिंग से ही वापस आ जा रहे हैं। घर आकर किसानी से भी नहीं कमा पाएंगे। वहां भर्ती के लिए तमाम नौजवान पढ़ाई करते हैं। फिर देखिए पटवारी के एक्जाम में किस तरह से घोटाला हो गया। इन चीजों का समाधान क्या है। आज शर्म की बात है सिर्फ मात्र सरकारी नौकरियां 21 दी गई हैं। 2018 में जब हमारी सरकार बनी तब इन्होंने सरकार गिराई। 18 सालों से इनकी सरकार है और ये हालात हैं। 18 साल से सरकार में हैं तब तो कुछ दिया नहीं, चुनाव के पहले महिलाओं और नौजवानों को वादा करते हैं कि ये देंगे। घोटालों पर घोटाला हो रहा है, इतनी लंबी लिस्ट है कि याद नहीं रहती है। कुछ नहीं छोड़ा, सड़कें नहीं छोड़ी, महाकाल की मूर्तियां नहीं छोड़ी।

प्रियंका ने शिवराज सरकार पर हमला बोलते हुे कहा कि ये पैसों से खरीदी सरकार है। इनकी नियत ही खराब है, शुरू से सिर्फ घोटालों पर ध्यान रहा है। 18 साल जिसके पास सत्ता होती है, उसके पास अंहकार होता है और इस कदर होता है, कि जो आस पास के लोग हैं वो भी सच्चाई नहीं बताते। वो सोचते हैं हमेशा सत्ता साथ रहेगी तो काम करने की क्या जरूरत है, जब समय आएगा ध्यान भटका देंगे, जिससे जनता के जज्बात जुड़े हैं। जनता भूल जाएगी कि महंगाई है और फिर से हमें वोट मिल जाएगा, हम फिर से सत्ता में रहेंगे।