बुलंदशहर में दोहराया गया हाथरस कांड
टीम इंस्टेंटखबर
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में हाथरस जैसी घटना सामने आयी है, यहाँ 16 साल की एक लड़की की गैंगरेप और हत्या के बाद परिवारवालों ने पुलिस पर जबरन और जल्दबाजी में उसका अंतिम संस्कार कराए जाने का आरोप लगाया है।
परिवार का आरोप है कि वे इससे पहले कि अंतिम संस्कार की तैयारी कर पाते, पुलिस ने रात में जल्दबाजी में इसे पूरा करा दिया।
मामले को लेकर मंगलवार को काफी विरोध प्रदर्शन भी हुआ। वहीं, इस घटना ने 2020 की हाथरस की घटना की यादें भी ताजा कर दी हैं जब स्थानीय प्रशासन द्वारा 19 साल की दलित लड़की का आधी रात को अंतिम संस्कार करा दिया गया था।
एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के अनुसार एक ग्रामीण ने बताया, ‘सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि घटना 21 जनवरी को हुई लेकिन पुलिस के डराने-धमकाने की वजह से परिवार चुप रहा। बात फैली और जब कुछ नेताओं ने ट्वीट किए, फिर पूरी बात सामने आ सकी।’ आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी और भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने भी इस घटना को लेकर ट्वीट किया है।
लड़की के पिता ने कहा कि कुछ पुलिसवालों ने ‘हमें रात में अंतिम संस्कार के लिए बाध्य किया। हमें ठीक तरह से सभी रीति रिवाजों को करने का मौका भी नहीं मिला।’ मामले में आईपीसी और पॉस्को एक्ट के तहत एक एफआईआर भी दर्ज की गई है। चार में से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।