बड़ौदा हाउस में राज्य स्तरीय बैकर्स समिति (उ. प्र.) की त्रैमासिक बैठक संपन्न
लखनऊ: राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (उ.प्र.) की मार्च 2020 त्रैमास की बैठक “बड़ौदा हाउस”, बैंक ऑफ बड़ौदा, लखनऊ में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता विक्रमादित्य सिंह खींची, कार्यकारी निदेशक, बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा वीडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की गयी। इस बैठक में प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव, वित्त, नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव, एम.एस.एम.ई., शिव सिंह यादव, महानिदेशक, संस्थागत वित्त एवं बाह्य सहायतित परियोजना महानिदेशालय, उत्तर प्रदेश; आर. लक्ष्मीकांत राव, क्षेत्रीय निदेशक, भारतीय रिजर्व बैंक; शंकर ए पांडे, मुख्य महाप्रबंधक, नाबार्ड; राज्य व केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियोंऔर बैंकों व वित्तीय संस्थाओं के वरिष्ठ अधिकारीगणों द्वारा भाग लिया गया।
बैठक में मार्च 2020 को समाप्त तिमाही हेतु प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र और सरकार प्रायोजित योजनाओं के विभिन्न मापदंडों के अंतर्गत बैंकों की प्रगति की समीक्षा की गई। अपने स्वागत संबोधन में डॉ. रामजस यादव, मुख्य महाप्रबंधक और संयोजक, एसएलबीसी (उ.प्र.) ने विभिन्न मापदंडों के अंतर्गत दर्ज प्रगति प्रस्तुत की तथा गत तिमाही के दौरान सम्पन्न विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने वार्षिक ऋण योजना 2019-20 के अंतर्गत कुल रू 200855 करोड़ की उपलब्धि से अवगत कराते हुए बताया कि कृषि एवं एम.एस.एम.ई. क्षेत्र के अंतर्गत क्रमश: रू 117444 करोड़ एवं रू 71080 करोड़ (137%) का ऋण वितरण किया गया।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में बैंक ऑफ बड़ौदा के कार्यकारी निदेशक, विक्रमादित्य सिंह खींची ने वैश्विक और घरेलू आर्थिक परिदृश्य प्रस्तुत करते हुए प्रदेश में कोविड- 19 महामारी के दौरान बैंको द्वारा प्रदान की जा रही बैंकिंग सेवाओं की सराहना करते हुए बैंकिंग क्षेत्र में आने वाले समय उत्पन्न होने वाली चुनौतियों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री जन धन योजना के अंतर्गत प्रदेश वित्तीय वर्ष के दौरान 51 लाख खोलते हुए अभी तक कुल 6.13 करोड़ खाते खोले जा चुके है तथा हमारा प्रदेश पूरे भारतवर्ष में प्रथम स्थान पर है। साथ ही प्रदेश प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना में 2.54 नामांकन करते हुए प्रथम तथा प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में 0.65 करोड़ नामांकन करते हुए द्वितीय स्थान पर है। अटल पेंशन योजनान्तर्गत सार्वाधिक 9.90 लाख नामांकन करते हुए प्रदेश प्रथम स्थान पर है।
श्री संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव, संस्थागत वित्त द्वारा अपने सम्बोधन में विभिन्न मापदंडों पर बैंकों द्वारा अर्जित प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने चालू वित्तीय वर्ष के दौरान बेहतर प्रगति हेतु सभी बैंको द्वारा सामूहिक प्रयास किये जाने का आह्वाह्न किया। प्रख सचिव, एम.एस.एम.ई. द्वारा कोविड-19 महामारी के कारण अन्य प्रदेशों में रहने वाले हमारे प्रदेश के कामगारों के पलायन से उत्पन्न स्थिति तथा आने वाले समय में उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने के सन्दर्भ में रणनीति पर विस्तृत रूप से चर्चा की तथा आने वाले समय में प्रदेश में रोजगार के अधिक से अधिक साधन उपलब्ध कराने हेतु समस्त बैंको को सम्मिलित रूप से प्रयास किये जाने हेतु अनुरोध किया। इस बैठक को क्षेत्रीय निदेशक, भारतीय रिजर्व बैंक; मुख्य महाप्रबन्धक, नाबार्ड, महानिदेशक, संस्थागत वित्त एवं बाह्य सहायतित परियोजना महानिदेशालय, उत्तर प्रदेश ने भी सम्बोधित किया।