कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव गिरा, खट्टर सरकार पर से खतरा टला
नई दिल्ली: केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में हरियाणा की खट्टर सरकार के खिलाफ कांग्रेस द्वारा बुधवार को लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया है। अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 32 जबकि सरकार के पक्ष में 55 विधायकों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सरकार के पक्ष में भाजपा के स्पीकर एंव डिप्टी स्पीकर समेत 40 विधायकों,जजपा के 10 और 5 निर्दलीय विधायकों ने वोट डाला, वहीँ अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 32 मतों में से कांग्रेस के 29 विधायकों समेत तीन निर्दलीय विधायकों ने वोट डाला ।
स्पीकर की वार्निंग काम आयी
उम्मीद की जा रही थी कि जजपा के असंतुष्ठ अपनी ही गठबंधन सरकार के खिलाफ विधानसभा में जा सकते हैं पर ऐसा नहीं हुआ क्योंकि विधानसभा अध्यक्ष ने वोटिंग से पहले ही चेतावनी दे दी थी कि जिस भी विधायक ने अपनी पार्टी के खिलाफ सदन में मताधिकार का प्रयोग किया उस पर दलबदल का कानून लागू करते हुए विधानसभा की सदस्यता खत्म कर दी जाएगी।
हुड्डा ने पेश किया अविश्वास प्रस्ताव
हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र में बुधवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दल कांग्रेस ने मनोहर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। स्पीकर की अनुमति के बाद नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रस्ताव पर बोलना शुरू किया। हुड्डा ने दिल्ली बॉर्डर परचल रहे आंदोलन में किसानों की मौत के मसले से भाषण शुरू किया।
सीक्रेट वोटिंग की मांग
प्रस्ताव पेश करने के साथ ही हुड्डा ने सीक्रेट वोटिंग करवाने की मांग की। वहीं सीएम मनोहर लाल खट्रटर ने कहा कि कांग्रेस को कभी ईवीएम पर अविश्वास हो जाता है। कभी देश की सेना पर अविश्वास हो जाता है। अब सत्ता पर भी अविश्वास इतना बढ़ गया है। आज सदन में जो माहौल बना, उसका कोई अर्थ नहीं है। अंत में जब विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई तो सिर्फ 32 विधायकों ने इसके समर्थन में वोट किया जबकि 55 विधायक सरकार के पक्ष में रहें।
सीएम खट्टर ने कांग्रेस पर जमकर साधा निशाना
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में राज्य के सीएम खट्टर ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “अविश्वास कांग्रेस की पुरानी संस्कृति है, अगर कोई बात पसंद न आए तो अविश्वास पैदा कर दीजिए। कांग्रेस संगठन के अंदर भी अविश्वास देखने को मिलता है… अविश्वास की कार्यशैली कांग्रेस को लाभ नहीं देने वाली, विश्वास ही लाभ देगा।” खट्टर ने सत्ता की लालसा में बैठे कांग्रेस पर तंज कसा। उन्होंने कहा, “कांग्रेस की मृगतृष्णा कभी पूरी होने वाली नहीं है।”