मज़दूर किसान मंच ने फूंकी किसान विरोधी कृषि कानूनों की प्रतियां
- सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी निराशाजनक
- किसान आंदोलन कारपोरेट परस्त नीतियों को करेगा परास्त
लखनऊ: संयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर जय किसान आंदोलन से जुड़े मजदूर किसान मंच के कार्यकर्ताओं ने आज पूरे प्रदेश में किसान विरोधी तीनों कृषि कानूनों की प्रतियों को जलाया और सरकार से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बनाने की पुरजोर मांग की। कार्यक्रमों के बारे में जानकारी देते हुए आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट के राष्ट्रीय प्रवक्ता एस. आर. दारापुरी व मजदूर किसान मंच के महासचिव डा. बृज बिहारी ने बताया कि आज गांव-गांव कार्यकताओं ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस कानूनों के प्रबल पक्षधर और प्रवक्ता रहे लोगों को लेकर गठित कमेटी पर गहरी निराशा व्यक्त की। कार्यकर्ताओं ने सरकार द्वारा लगातार आंदोलन को बदनाम करने और उस पर दमन ढाने व किसानों कीी हो रही मौतों पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि यह देश के आम नागरिकों की समझ से परे है कि देश की खेती किसानी को तबाह करने वाले कानूनों को रद्द करने और किसानों की फसल के वाजिब मूल्य के लिए कानूनी गारंटी सरकार दे, इस छोटी सी भी मांग मानने के लिए सरकार तैयार क्यों नहीं है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि दरअसल सुप्रीम कोर्ट की आड में आरएसएस-भाजपा की सरकार देश विरोधी किसान विरोधी कानूनों को बनाने की असंवैधानिक कार्यवाही से बचने का प्रयास कर रही थी जिसे किसानों की दृढ एकता ने विफल कर दिया है। जिस तरह शांतिपूर्ण किसान आंदोलन को नागरिक समाज और आम अवाम का समर्थन मिल रहा है वह इस देश में देशी विदेशी कारपोरेट घरानों के पक्ष में चल रही नीतियों और राजनीति को परास्त करने का काम करेगा।
आज हुए कार्यक्रमों का नेतृत्व लखीमपुर खीरी में एआईपीएफ के प्रदेश अध्यक्ष डा. बी. आर. गौतम, सीतापुर में मजदूर किसान मंच नेता सुनीला रावत, युवा मंच के नागेश गौतम, अभिलाष गौतम, लखनऊ में वर्कर्स फ्रंट अध्यक्ष दिनकर कपूर, उपाध्यक्ष उमाकांत श्रीवास्तव, एडवोकेट कमलेश सिंह, वाराणसी में प्रदेश उपाध्यक्ष योगीराज पटेल, सोनभद्र में प्रदेश उपाध्यक्ष कांता कोल, कृपाशंकर पनिका, मंगरू प्रसाद गोंड़, रूबी गोंड़, ज्ञानदास गोंड़, सूरज कोल, श्रीकांत सिंह, रामदास गोंड़, शिव प्रसाद गोंड़, महावीर गोंड,़ आगरा में वर्कर्स फ्रंट उपाध्यक्ष ई. दुर्गा प्रसाद, चंदौली में अजय राय, आलोक राजभर, रामेश्वर प्रसाद, इलाहाबाद में युवा मंच संयोजक राजेश सचान, इंजीनियर राम बहादुर पटेल, मऊ में बुनकर वाहनी के इकबाल अहमद अंसारी, बलिया में मास्टर कन्हैया प्रसाद, बस्ती में एडवोकेट राजनारायण मिश्र, श्याम मनोहर जायसवाल ने किया।