नेपाल से बिगड़ते रिश्ते
ज़ीनत क़िदवाई
भारत और नेपाल के बीच सम्बन्ध अनादिकाल से हैं | दोनों पड़ोसी देश हैं और इसके साथ ही दोनों देशों की धार्मिक, सांस्कृतिक, भाषाई और ऐतिहासिक स्थिति में बहुत अधिक समानता है | भारत और नेपाल ने अपने विशेष संबंधों को 1950 में शान्ति एवं मैत्री संधि से नई दिशा दी | परन्तु इस समय भारत और नेपाल के बीच लिपियाधुरा, लिपुलेख और काला पानी को लेकर विवाद गहराता जा रहा है | यह विवाद 8 मई को देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा एक सड़क के निर्माण के उद्घाटन के बाद और बढ़ गया | अब नेपाल ने अपना नया नक्शा बनाया है जिसमें इन तीनों क्षेत्रों को नेपाल का हिस्सा बताया है जो पहले से विवादित हैं | नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने भारत पर तंज़ कसते हुए कहा कि सत्यमेव जयते या सिंहमेव जयते |
यही नहीं नेपाल इन इलाकों में अपनी हथियारबंद उपस्थिति भी बढ़ा रहा है| 2015 में नेपाल के संविधान में बदलाव के चलते भारत और नेपाल के बीच दूरी बढ़ गयी | भारत की ओर से अघोषित नाकाबंदी की गयी जिसके कारण से नेपाल में ज़रूरी सामानों की भारी कमी हो गयी थी | इसी के बाद से दोनों देशों के बीच सम्बन्ध पहले की तरह नहीं रहे | भारत की तरफ से आरोप लगे कि नेपाल के संविधान में मधेशिओं के साथ भेदभाव किया गया | नेपाल में मधेशी भारतीय मूल के लोग हैं जिनकी जड़ें उत्तर प्रदेश और बिहार से जुडी हैं | भारत की नाकाबंदी के बाद भी नेपाल ने अपने संविधान में कोई बदलाव नहीं किया| इस दौरान नेपाल में भारत के प्रति नाराज़गी बढ़ी और उसे लगा कि चीन के साथ जाकर भारत की नाकाबंदी का तोड़ निकाला जा सकता है जिसके नतीजे में उसने चीन की तरफ दोस्ती के हाथ बढाए| इस समय नेपाल में वामपंथियों का दबदबा है और मौजूदा प्रधानमंत्री भी वामपंथी हैं | चीन ने भी नेपाल की दोस्ती को स्वीकार किया और नेपाल को अपने बंदरगाह इस्तेमाल करने की मंज़ूरी दी |
अब तो नेपाल चीन के BRI (बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव) प्रोग्राम में भी शामिल हो गया है | चीन नेपाल तक रेलवे लाइन बिछा रहा है और बड़े पैमाने पर नेपाल में निवेश कर रहा है| नेपाल के भारत के प्रति विरोध में बॉलीवुड अभिनेत्री मनीषा कोइराला भी शामिल हो गयी हैं| उन्होंने विवदित क्षेत्रों पर नेपाल के दावे का समर्थन किया| वर्तमान परिस्थितयों को देखकर लगता है कि भारत के सम्बन्ध अपने पडोसी देशों से दरक रहे हैं| भारत के पाकिस्तान से तो सम्बन्ध तो खराब हैं ही अब मालदीप, श्रीलंका, ईरान, अफ़ग़निस्तान से भी रिश्ते कमज़ोर हुए हैं | ऐसा भारत में विदेशनीति की दूरदर्शिता के अभाव में हुआ है | भारत की विदेश निति में भू राजनिकता के अभाव के कारण ही उसका प्रभाव कम हुआ है जिसके कारण भूटान अब भारत पर भरोसा करने से पहले कई बार सोचेगा | नेपाल और भारत के बॉर्डर पर यह झगड़ा 1997 से चल रहा है लेकिन बीजेपी के शासन काल में यह सम्बन्ध और खराब हुए हैं | सरकार की विदेशनीति केवल अमेरिका के साथ अपने संबंध मज़बूत करने के लिए जान पड़ती है|
भारत के खिलाफ नेपाल के प्रधानमंत्री के द्वारा संसद में बयान देने पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार की विफल विदेश नीति ने नेपाल जैसे भारत के विश्वासपात्र सबसे पुराने साथी को दूर कर दिया है | अखिलेश ने कहा कि केंद्र को अस्पष्टता और भ्रमित करने वाली निति छोड़कर नेपाल से मधुर सम्बन्ध बनाने पर ज़ोर देने की आवश्यकता है| केंद्र सरकार को अपने सभी पड़ोसी देशों के साथ अपने सम्बन्धो को सुधारने की दिशा में काम करना चाहिए | क्योंकि चीन की रणनीति इस समय अपने सभी पड़ोसी देशों के साथ अपने संबंधो को मज़बूत करने में है और वह भारत की गफलत का फायदा उठा रहा है | भारत की रीति रही कि उसने अपने पड़ोसी देशों के साथ सदा मधुर सम्बन्ध बनाये रखे हैं, ज़रुरत उसी रीति और नीति पर चलते रहने की है|