निजामुद्दीन मरकज मामला: मौलान साद समेत 700 लोगों के पासपोर्ट जब्त
83 विदेशी जमातियों के खिलाफ 20 चार्जशिट दाखिल
नई दिल्ली: निजामुद्दीन मरकज मामले दिल्ली पुलिस ने आज (26 मई) साकेत कोर्ट में तबलीगी जमात के 83 विदेशी सदस्यों के खिलाफ 20 चार्जशिट दाखिल की है। सूत्रों के मुताबिक चार्जशीट में दर्ज सारे तबलीगी जमात के विदेशी सदस्यों ने निजामुद्दीन मरकज के कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। जो इसी साल के मार्च महीने में था। पूरक आरोप पत्र में इनके खिलाफ 5 धाराओं के तहत चार्ज किया गया है। असल जब तक कोई आरोप-पत्र न हो तब तक विदेशियों को देश में नहीं रोका जा सकता है। इसीलिए दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की है।
इस महीने की शुरुआत में, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने लगभग 700 विदेशी तबलीगी जमात सदस्यों के दस्तावेज जब्त किए थे। जब्त किए गए दस्तावेजों में इन व्यक्तियों के पासपोर्ट भी शामिल हैं। इनके अलावा तबलीगी जमात के नेता मौलाना साद और उसके बेटे मोहम्मद सईद का भी पासपोर्ट जब्त कर लिया गया है।
सूत्रों ने जानकारी दी कि ये सभी तबलीगी जमात के सदस्य इस साल के शुरू में मार्च 2020 में निजामुद्दीन मरकज में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए थे। 5 मई को, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद के बेटे से पूछताछ की थी, और उन 20 लोगों के बारे में विवरण मांगा था जो राष्ट्रीय राजधानी के निजामुद्दीन में मरकज में शामिल हुए थे या इसके प्रबंधन का हिस्सा थे।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक मुख्य चार्जशीट तबलीगी जमात के मुखिया मौलान साद और उनके सहयोगियों के खिलाफ है। विदेशी जमातियों के खिलाफ पूरक आरोप पत्र में पुलिस ने उन पर वीजा नियमों के उल्लंघन सहित गंभीर आरोप लगाए हैं। उन पर टूरिस्ट वीजा पर भारत आने और मजहबी गतिविधियों में शामिल होकर वीजा शर्तों के नियमों के उल्लंघन का आरोप है।
इसके अलावा उन पर धारा 144 के उल्लंघन का भी आरोप लगाया है। उनके ऊपर धारा 188 और महामारी ऐक्ट की धारा 217 के खिलाफ भी आरोप जोड़े गए हैं।