मायावती ने मुलायम की गाजीपुर रैली को फ्लॉप बताया
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने सपा की गाजीपुर रैली को फ्लाप बताते हुए कहा है कि सपा में आतंरिक कलह के मामले में कुछ भी ठीक नहीं है। मीडिया में सपा में हालात सामान्य होने संबंधी खबरें असलियत कम और दिखावटी ज्यादा है।
बसपा अध्यक्ष ने एक बयान जारी कर कहा कि भाजपा, कांग्रेस की तरह सपा का चाल, चरित्र व चेहरा अन्दर कुछ और बाहर कुछ और होता है। सपा परिवार में घमासान का एक नजारा गाजीपुर रैली में भी देखने को मिला जब सपा के दो गुट आपस में ही भिड़ गये।
उन्होंने कहा कि इस बारे में सर्वसमाज ख़ासकर मुस्लिम समाज के लोगों को गुमराह होने से बचना चाहिये और यह समझना चाहिये कि नोटबन्दी के कारण ग़रीबों, मजदूरों, व्यापारी वर्ग व आमजनता आदि को जो परेशानी हो रही हैं उससे भाजपा की हालत उत्तर देश में काफी ज्यादा खस्ता है और ऐसे में मुस्लिम समाज को अपना वोट सपा को देकर वोट का बंटवारा करके भाजपा को मजबूत नहीं बनाना चाहिये।
मायावती ने कहा कि रेल दुर्घटना के कारण सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव का जन्मदिन पहले की तरह पूरी शानशौकत से नहीं मनाये जाने को एक दिखावटी कदम बताते हुये कहा कि वास्तव में सपा व उसके मुखिया का यह फैसला जनपीड़ा से कम व नोटबन्दी के प्रभाव से ज्यादा लगता है। यदि सपा जनहित को लेकर इतनी संवेदनशील होती तो फिर मुजफ्फरनगर के साम्प्रदायिक दंगे में बड़े पैमाने पर लोगों के हताहत होने व हजारों परिवारों के बेघर-बार होने के बावजूद बड़े जश्न व राजशाही जैसी शान-शौकत के साथ सैफई महोत्सव व अपना जन्मदिन क्यों मनाते? यह वह सवाल है जिसका जवाब प्रदेश सर्वसमाज ख़ासकर मुस्लिम समाज के लोग विधानसभा चुनाव से पहले अवश्य ही जानना चाहते हैं।
बसपा अध्यक्ष ने नोटबन्दी से परेशान बैंकों से बाहर खड़े लोगों पर पुलिस लाठीचार्ज की कड़ी निन्दा की है। उन्होंने कहा कि है क्या सपा सरकार भाजपा से अपनी अन्दरुनी मिलीभगत का एक और उदाहरण पेश कर रही है। क्या सपा सरकार नोटबन्दी के मामले में भी भाजपा का साथ देते हुये यहां की जनता पर जुल्म-ज्यादती करेगी?