पांच साल बाद स्टेशनरी बिजनेस में Cello Group की री-एंट्री
नई दिल्ली: सेलो ग्रुप एक बार फिर स्टेशनरी बिजनेस में एंट्री कर रहा है और भारतीय बाजार में प्रॉडक्ट लॉन्च करने की तैयारी में है. 5 साल पहले ग्रुप ने अपना स्टेशनरी बिजनेस Cello Pens फ्रांस के BIC ग्रुप को बेच दिया था. दिसंबर 2015 में हुआ यह सौदा 540 करोड़ रुपये का रहा था. Cello Pens राइटिंग इंस्ट्रूमेंट्स के मामले में भारत की सबसे बड़ी मैन्युफैक्चरर थी.
सेलो ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर गौरव पी राठौड़ का कहना है कि हमने एक अलग ब्रांड नेम (Unomax) से स्टेशनरी बिजनेस शुरू ही किया है. 5 साल पहले हमने स्टेशनरी बिजनेस को बेच दिया था. हमारे बीच एक नॉन-कंपीट एग्रीमेंट हुआ था, इसलिए हम पहले वाला प्रॉडक्ट पोर्टफोलियो नहीं अपना सकते थे.
राठौड़ ने कहा कि सेलो ग्रुप अभी स्टेशनरी प्रॉडक्ट्स का एक छोटा पोर्टफोलियो एक्सपोर्ट कर रहा है और कंपनी की योजना भारत में प्रॉडक्ट लॉन्च करने की है. हम पहले एक छोटा पोर्टफोलियो लॉन्च करेंगे, उसके बाद जैसे-जैसे बिजनेस बढ़ेगा हम और प्रॉडक्ट उस पोटफोलियो में जोड़ेंगे.
राठौड़ के मुताबिक, कंपनी की अपने नए स्टेशनरी बिजनेस के लिए एक अलग स्ट्रैटेजी है ताकि यह सेलो पेन्स से अलग रहे. हम अलग तरह के प्रॉडक्ट बना रहे हैं. सेलो ग्रुप की योजना दमन, उत्तराखंड, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में स्थित कारखानों में स्टेशनरी प्रॉडक्ट बनाने की है. सेलो ग्रुप होम अप्लायंसेज, ग्लासवेयर, प्लास्टिक व स्टील हाउसवेयर, एयर कूलर्स, क्लीनिंग प्रॉडक्ट्स और फर्नीचर बनाता है.