एनपीपी विधयकों की चुप्पी से मणिपुर में भाजपा सरकार मुश्किल में
इंफालः शिलांग में नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के अध्यक्ष कोनराड के. संगमा से मिलकर लौटे पार्टी के विधायकों ने इस संबंध में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया कि वे मणिपुर में भाजपा-नीत गठबंधन सरकार में बने रहेंगे या नहीं।
पार्टी प्रमुख और मेघालय के मुख्यमंत्री संगमा से मिलने और मणिपुर के राजनीतिक हालात पर चर्चा करने के लिए चारों विधायक शनिवार को शिलांग गए थे। गौरतलब है कि 24 सितंबर को मंत्रिमंडल में फेरबदल के दौरान इनमें से दो विधायकों को मंत्री पद से हटा दिया गया था। मणिपुर में एन. बीरेन सिंह के मंत्रिमंडल में ये चारों विधायक मंत्री थे और इन्होंने पहले तय किया था कि उनमें से किसी को भी मंत्री पद से हटाए जाने के बाद वे गठबंधन सरकार से बाहर चले जाएंगे।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री के पद से हटाए गए एल. जयंतकुमार सिंह ने इम्फाल पहुंचने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम अभी कुछ नहीं कह सकते हैं (सरकार में बने रहने के संबंध में)। समय सबकुछ बताएगा।’’ उन्होंने कहा कि एनपीपी आगामी उपचुनावों में अपने उम्मीदवार उतारेगी। मंत्री पद खोने वाले एनपीपी के एक अन्य विधायक एन. कायिसी ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष संगमा ने चारों से एकजुट रहने को कहा है।