द्रोणाचार्य पुरस्कार मिलने से पहले ही दुनिया छोड़ गए एथलेटिक्स कोच पुरुषोत्तम राय
नई दिल्ली: शनिवार यानी आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद देश का सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड के साथ-साथ अर्जुन अवॉर्ड्स, द्रोणाचार्य अवॉर्ड्स और आजीवन ध्यानचंद अवॉर्ड देंगे। देश के सर्वोच्च खेल सम्मानों में से एक द्रोणाचार्य अवॉर्ड के लिए इस साल एथलेटिक कोच पुरुषोत्तम राय का भी नाम चुना गया है। अवॉर्ड मिलने से कुछ घंटे पहले उनका निधन हो गया। पुरुषोत्तम 79 वर्ष के थे, अवॉर्ड सेरेमनी से एक दिन पहले शाम (28 अगस्त) को उन्होंने आखिरी सांस ली।
बता दें कि कोविड-19 के चलते राष्ट्रपति पहली बार खेल पुरस्कारों के इतिहास में राष्ट्रपति भवन से वचुर्अल समारोह के जरिए अवॉर्ड्स देंगे।
पुरुषोत्तम राय का निधन हार्ट-अटैक से हुआ। कर्नाटक एथलेटिक्स असोसिएशन के बयान के मुताबिक, ‘श्री राय 1980 से 1990 के बीच में समर्पित कोच थे, उन्होंने कई नेशनल और इंटरनेशनल एथलीट्स को प्रशिक्षित किया था। एथलेटिक्स में कर्नाटक की ओर से यह सम्मान हासिल करने वाले वो तीसरे शख्स हैं। उनके परिवार के साथ हमारी संवेदनाएं हैं।’
गौरतलब है कि गुरुवार को पुरुषोत्तम खेल दिवस के मौके पर होने वाले सम्मान समारोह की रिहर्सल का भी हिस्सा बने थे। उन्हें राष्ट्रपति से द्रोणाचार्य अवॉर्ड हासिल करना था। उन्होंने 20 साल भारतीय एथलेटिक्स में कोचिंग के जरिए बड़ा योगदान दिया है।