साउथैम्टन के मैदान पर इंग्लैंड और वेस्टइंडीज की टेमिन होंगी आमने सामने


नई दिल्ली: लगभग चार महीने के गैप के बाद इंग्लैंड की धरती पर क्रिकेट दोबारा शुरू हो रहा है जहां मेहमान वेस्टइंडीज की टीम जेसन होल्डर की अगुवाई में साउथैम्टन (southampton) के मैदान पर 8 जुलाई को खेलने उतरेगी। लेकिन इंग्लैंड की टीम अपने 12वें खिलाड़ी के बगैर होगी और इस तरह से खेलने की अंग्रेजो को आदत नहीं है।

यह 12वां खिलाड़ी और कोई नहीं बल्कि इंग्लिश टीम की कट्टर समर्थक बार्मी आर्मी (barmy army) है जो इस बार स्टेडियम में प्रवेश ना मिलने के कारण मैच में अपनी लाइव उपस्थिति नहीं बना पाएगी।

सबसे खास बात ये है कि इस मैच के दौरान स्टेडियम में फैंस को आने की अनुमति नहीं होगी। ऐसा क्रिकेट इतिहास में पहली बार होगा। 15-19 मार्च 1877 को दुनिया का पहला अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया था, जिसमें इंग्‍लैंड को 45 रनों से हार का सामना करना पड़ा था।

1877 से लेकर मार्च 2020 तक कोई भी इंटरनेशनल मैच खाली स्टेडियम में नहीं खेला गया, लेकिन 143 साल बाद मैदान पर खिलाड़ी, अंपायर और रेफरी तो होंगें, लेकिन खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने के लिए दर्शक नहीं।

इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच बुधवार से साउथम्पटन में शुरू होने वाले पहले टेस्ट मैच से 117 दिन बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी होगी और यह सीमित ओवरों की क्रिकेट के चलन के बाद पिछले 46 वर्षों में पहला अवसर होगा, जबकि 100 से भी अधिक दिन तक कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला गया।

वनडे और फिर टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के आने से बीच बीच में कुछ अवसरों पर टेस्ट मैच 100 से अधिक दिन के अंतराल में खेले गये लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) सहित विभिन्न घरेलू लीग की शुरुआत के बावजूद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कभी ऐसा देखने को नहीं मिला था। इससे पहले 1972 में 114 दिन और 1973 में 113 तक कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला गया था।

Covid-19 महामारी के कारण 15 मार्च 2020 के बाद से ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट(international cricket) ठप्प पड़ा है। आखिरी मैच ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच सिडनी में एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय के रूप में खेला गया था।