चीन से तनाव पर साफ़ साफ़ बताये सरकार: राहुल गाँधी
नई दिल्ली: चीन के साथ सीमा पर तनाव को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार की चुप्पी को लेकर सवाल उठाए हैं. राहुल गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि चीन के साथ सीमा पर स्थिति को लेकर सरकार की चुप्पी के चलते संकट के इस समय में अटकलबाज़ी ज़ोर पकड़ रही है और अनिश्चितता बनी हुई है. भारत सरकार को भारत को साफ-साफ बताना चाहिए, क्या हो रहा है.
बताते चलें कि पांच मई को पूर्वी लद्दाख के पेगोंग झील क्षेत्र में भारत और चीन के लगभग 250 सैनिकों के बीच लोहे की छड़ों और लाठी-डंडों से झड़प हो गई थी. दोनों ओर से पथराव भी हुआ था. इस घटना में दोनों देशों के सैनिक घायल हुए थे. इसी तरह की एक अन्य घटना में नौ मई को सिक्किम सेक्टर में नाकू ला दर्रे के पास दोनों देशों के लगभग 150 सैनिकों के बीच झड़प हो गई थी. पैंगोंग त्सो झील और गलवान घाटी में, एलएसी से लगे कई इलाकों में भी दोनों पक्षों की ओर से सैनिकों की संख्या में बड़ी संख्या में वृद्धि देखी गई है.
गलवान के आसपास के इलाके दोनों पक्षों के बीच छह दशक से अधिक समय से संघर्ष का कारण बने हुए हैं। 1962 में भी इस इलाके को लेकर टकराव हुआ था. सूत्रों ने बताया कि चीन ने गलवान घाटी में कम से 40-50 तंबू लगाये हैं, जिसके बाद भारत ने अतिरिक्त सैनिक भेजे हैं. तनाव की इस स्थिति पर दुनिया की निगाह भी टिकी हुई है. भारत और चीन के बीच सीमा विवाद पर मध्यस्थता करने की पेशकश अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी की है, उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की जो दोनों देशों के बीच ‘‘बड़े टकराव” को लेकर ‘‘अच्छे मूड” में नहीं हैं.