BoB के लिए MSME सेक्टर हमेशा से प्राथमिक क्षेत्र रहा है: विक्रमादित्य सिंह खीची
बैंक ऑफ़ बड़ौदा द्वारा एमएसएमई की समस्याओं के समाधान पर वेबिनार का आयोजन
मुंबई: बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने कोविड-19 महामारी एवं संबंधित लॉकडाउन की स्थिति में एमएसएमई क्षेत्र के समक्ष उत्पन्न चुनौतियों के मद्देनजर देशभर के एमएसएमई ऋणकर्ताओं से संपर्क कायम करने के लिए एक अनूठी पहल ‘वृहद एमएसएमई संपर्क कार्यक्रम’ का आयोजन किया.
बैंक के कार्यपालक निदेशक विक्रमादित्य सिंह खीची की अध्यक्षता में आयोजित इस लाइव वेबिनार में बैंक के महाप्रबंधकों, अंचल प्रबंधकों, क्षेत्रीय प्रबंधकों, शाखा प्रबंधकों तथा एमएसएमई लोन फैक्ट्री के प्रबंधकों के साथ बड़ी संख्या में एमएसएमई ऋणकर्ताओं ने भाग लिया. इस वेबिनार का उद्देश्य एमएसएमई ग्राहकों की चिंताओं को दूर करना एवं भारत सरकार, भारतीय रिज़र्व बैंक तथा विशेष रूप से बैंक ऑफ़ बड़ौदा द्वारा उनकी सहायता हेतु किए जाने वाले विभिन्न उपायों तथा उन्हें चुनौतियों के दौर से बाहर निकालने में सक्षम बनाने हेतु उपलब्ध कराई जाने वाली सहायता के संबंध में सूचित करना था.
‘वृहद एमएसएमई संपर्क कार्यक्रम’ बैंक ऑफ़ बड़ौदा द्वारा आरंभ की गई एक अनूठी एवं देशभर में स्थापित किए गए संपर्क के स्तर के मद्देनजर उद्योग जगत में इकलौती पहल है. इस वेबिनार का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य एमएसएमई ऋणकर्ताओं को बैंक द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली विभिन्न सुविधाओं / विकल्पों से अवगत कराना था. वेबिनार में बैंक के कार्यपालकों द्वारा समस्याओं से उबरने के लिए इन सुविधाओं के उपयोग हेतु सुझाव / मार्गदर्शन प्रदान करने के साथ भविष्य के लिए रोडमैप भी प्रस्तुत किया गया. वेबिनार के दौरान चैटबॉक्स सुविधा के माध्यम से प्रतिभागी ऋणकर्ता अपनी शंकाओं / जिज्ञासाओं का समाधान कर सके तथा बैंक को चैटबॉक्स के माध्यम से लगभग 22000 प्रश्न प्राप्त हुए. एमएसएमई ऋणकर्ताओं को कोविड-19 के बाद के परिदृश्य में कुछ सेगमेंट को उपलब्ध होने वाले व्यावसायिक अवसरों से अवगत कराया गया.
श्री विक्रमादित्य सिंह खीची, कार्यपालक निदेशक, जिन्होंने अपने डेस्क से इस वेबिनार का आयोजन किया था, ने बताया कि “एमएसएमई क्षेत्र जो कि अर्थव्यवस्था का मेरूदण्ड है एवं देश का सबसे बड़ा रोजगार प्रदाता क्षेत्र है,पर कोविड-19 महामारी एवं लॉकडाउन का काफी बुरा असर पड़ा है. बैंक ऑफ़ बड़ौदा के लिए एमएसएमई हमेशा से प्राथमिक महत्त्व वाला क्षेत्र रहा है. इसे ध्यान में रखते हुए एमएसएमई ऋणकर्ताओं से सीधे संवाद करने की व्यवस्था की गई ताकि इस चुनौतिपूर्ण दौर में उन्हें बैंक द्वारा प्रदान की जाने वाली अतिरिक्त सुविधाओं के संबंध में आश्वस्त किया जा सके. वर्तमान समय में प्रत्यक्ष रूप से संपर्क की संभावना न होने के कारण ही वृहद एमएसएमई संपर्क कार्यक्रम की संकल्पना ने जन्म लिया. इसमें बैंक अधिकारियों के अलावा महानगरों, शहरी, अर्धशहरी एवं ग्रामीण केंद्रों के लगभग 49000 ग्राहकों से ऑनलाइन संपर्क किया गया.